जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन में चुनावी प्रक्रिया तेज हो चुकी है. निबंधक, ट्रेड यूनियन की ओर से शुक्रवार की रात एक पत्र भेजा गया था, जिसमें सारी शिकायतों को दूर करते हुए चुनाव कराने का आदेश दिया था. इस मामले को लेकर यह ऊहापोह की स्थिति उत्पन्न हो गयी कि आखिर चुनाव होगा या नहीं क्योंकि शनिवार का दिन था और शनिवार तक ही सारी प्रक्रिया पूरी कर चुनाव कराना भी था. 13 शिकायतें थी, जिस कारण यह अंदेशा जताया जा रहा ता कि इतने कम समय में जवाब दिया जा सकेगा या नहीं और जवाब से श्रम विभाग संतुष्ट हो सकेगा या नहीं.
लेकिन शनिवार को सुबह ही चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह खुद जिले के उपश्रमायुक्त (डीएलसी) राजेश प्रसाद से मुलाकात की और उनके द्वारा तीन केस में नोटिस दिया गया था, उसका लिखित जवाब सौंप दिया. इसके तहत कार्रवाई क्या की गयी है, इसका भी जवाब दिया गया. इसके बाद से चुनावी प्रक्रिया और तेज कर दी गयी है. कंपनी के भीतर जहां मतदान होना है, वहां पर बैलेट बॉक्स पहुंचाया जा चुका है तो कर्मचारियों को भी काम पर लगा दिया गया है. इसके बाद सारे बैलेट बॉक्स को पहुंचा दिया गया. चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह और चुनाव समिति के सारे सदस्यों ने मिलकर चुनावी तैयारी को अंतिम रुप दिया. चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह ने बताया कि चुनावी प्रक्रिया को नहीं रोकी गयी है. इस कारण चुनाव हर हाल में होगा. इसमें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. तीन मामले में जवाब तलब किया गया था, जिसका जवाब चुनावी प्रक्रिया के कारण नहीं दे पाये थे. अब जवाब दे दिया गया है. इस बीच डीएलसी राजेश प्रसाद ने http://www.sharpbharat.com को बताया कि जवाब चुनाव पदाधिकारी ने दिया है. जो शिकायतकर्ता है, उनको बुलाया जा रहा है.
उनके जवाब से अगर शिकायतकर्ता संतुष्ट होंगे तो ठीक है नहीं तो आगे का जो वैधानिक कार्रवाई होगी, वह की जायेगी. चुनाव को लेकर हमारे तरफ से कुछ भी कदम नहीं उठाया गया है. दूसरी ओर, चुनाव के आखिरी दिन प्रत्याशियों ने अपने सारे विभागों में अपनी ताकत झोंक दी. 214 कमेटी मेंबरों का पहले मतदान होगा, उसकी मतगणना स्टीलेनियम हॉल, टाटा स्टील परिसर में होगी. इसके बाद चुने गये कमेटी मेंबर पदाधिकारी का चयन करेंगे. 214 में से 32 कमेटी मेंबर निर्विरोध हो चुके है. इस कारण 182 कमेटी मेंबर के लिए मतदान होना है, जिसके लिए करीब 480 लोग चुनावी मैदान में है. करीब 400 कर्मचारी इस चुनाव में लगाये गये है, जो चुनावी कार्य को संपादित करायेंगे. इसके लिए कंपनी के भीतर सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है ताकि चुनाव के दौरान किसी तरह की अप्रिय वारदात नहीं हो सके.