जमशेदपुर : टाटा स्टील की अधीकृत यूनियन टाटा वर्कर्स यूनियन देश के गिने चुने बड़ी यूनियनों में शुमार है. जाहिर सी बात है कि इस चुनाव पर जमशेदपुर ही नहीं पूरे देश की नजरें टिकी होती है क्योंकि इसका नेतृत्व माइकल जॉन, अब्दुल बारी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे दिग्गजों ने किया है. बुधवार को श्रम विभाग के पर्यवेक्षण में टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव पदाधिकारी (आरओ) और चुनाव समिति के छह सदस्यों के लिए मतदान हुआ. श्रम विभाग की ओर से पर्यवेक्षण के लिए श्रम कल्याण पदाधिकारी सियाराम सिंह को ड्यूटी पर लगाया गया था. उनकी देखरेख में सुबह 9.30 बजे से टाटा स्टील के स्टीलेनियम हॉल में पहले मतदाता सूची जारी की गयी, जिसमें कुल 205 मतदाता के नाम थे. 214 में से 9 मतदाता या तो रिटायर हो चुके है या तो उनकी मौत हो चुकी है. ऐसे में 205 लोग मतदान कर सकते थे. उसके बाद नामांकन और सारी प्रक्रिया हुई, जिसके तहत सत्ता पक्ष से अपने उम्मीदवारों का नामांकन कराया.
इस टीम से आरओ का प्रत्याशी प्रवीण कुमार ने नामांकन पत्र भरा जबकि चुनाव समिति के छह सदस्य के लिए प्रदीप कुमार सिंह (कोक प्लांट, एके सिंह मुखिया (सिंटर प्लांट) शिव दत्त तिवारी, उर्फ मुन्ना तिवारी (सिक्योरिटी डिपार्टमेंट), एके करण (आरएमएम विभाग), संजय कुमार दुबे (एलडी 1), नेहा महतो (पावर सिस्टम) ने अपना नामांकन भरा. इसी तरह विपक्ष के सतीश सिंह और संजीव चौधरी टुन्नु की टीम से आरओ के लिए संतोष सिंह और चुनाव समिति के छह सदस्यों के लिए ए कृष्णा राजू (एचएसएम), आशी कुमारी (कोक प्लांट), अजीत कुमार लकड़ा (सिंटर प्लांट), नितिन कुमार झा (एलडी3 टीएससीआर), पीएन सिंह (सीआरएम), महेश कुमार (एलडी 1) ने अपना नामांकन भरा, जिसके बाद दोपहर करीब 12 बजे से मतदान शुरू हुआ. लोग मतदान कर रहे है. मत देने के लिए कमेटी मेंबरों को रिलीज भी किया गया है. मतदान चल रहा है. चुनाव के पर्यवेक्षण कार्य में लगे श्रम विभाग के सियाराम सिंह ने बताया कि मतदान चल रहा है. सुचारु रुप से इसका संचालन हो रहा है. अगर सब ठीक रहा तो शाम 4 बजे तक रिजल्ट आ जायेगा. इस बीच कमेटी मेंबर जमकर मतदान तो कर रहे है, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बिखराव देखा जा रहा है. इसको लेकर जमकर क्रॉस वोटिंग होने की जानकारी मिली है क्योंकि सारे लोग चेहरा देखकर वोट कर रहे है और निजी संबंधों के आधार पर भी वोटिंग हो रही है. दोनों ही पक्ष अपने कमेटी मेंबरों को एकजुट रखने में कामयाब नहीं हो पाया है. सारे लोग एक दूसरे की कमेटी के आरओ और चुनाव समिति के सदस्यों के लिए मतदान कर रहे है.