

जमशेदपुर : टाटा स्टील प्रबंधन और टाटा वर्कर्स यूनियन के टॉप थ्री पदाधिकारी यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु, महामंत्री सतीश सिंह और डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह के साथ टाटा संस के एमिरट्स चेयरमैन रतन टाटा और चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने मुलाकात की. अक्सर यूनियन में यह मीटिंग होती है, लेकिन कोरोना के कारण सिर्फ तीन पदाधिकारियों को ही यहां बुलाया गया था, जहां उनकी मुलाकात टाटा स्टील जेनरल ऑफिस स्थित बोर्ड रुम में हुई. बैठक में टाटा स्टील के एमेरिटस चेयरमैन रतन टाटा, चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर कौशिक चटर्जी, प्रबंध निदेशक सह सीइओ टीवी नरेंद्रन, वीपी चाणक्य चौधरी, वीपी एचआरएम अत्रई सरकार, पीईओ चैतन्य भानू और चीफ ग्रुप आइआर जुबिन पालिया उपस्थित थे. टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से मीटिंग में अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी, डिपुटी प्रेसिडेंट शैलेश कुमार सिंह और महामंत्री सतीश कुमार सिंह शामिल हुए. आरंभ में एमेरिटस चेयरमैन रतन टाटा, चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, निदेशक कौशिक चटर्जी ने टाटा वर्कर्स यूनियन की नवनिर्वाचित टीम को जीत की बधाई दी और तीनों वरीय पदाधिकारियों से औपचारिक परिचयात्मक मिलन हुआ. बैठक में टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से बताया गया कि कोरोना के कारण उत्पन्न हुई विषम परिस्थितियों में भी टाटा स्टील मे प्रबंधन और यूनियन ने आपसी समझ से कर्मचारी और कंपनी हितों का हर सम्भव ध्यान रखा. किसी भी कर्मचारी की छुट्टी नहीं काटी गई, सैलेरी नही रोकी गई, वही हर कर्मचारी ने कोविड के समय परिवार जनों के मना करने के बावजूद भय के माहौल में भी भी ड्यूटी नही छोड़ा और कभी प्रोडक्शन बाधित नहीं होने दिया. आज भी कर्मचारी गेट में कंपनी को प्रणाम कर ही अंदर प्रवेश करते हैं. यूनियन की ओर से जमशेदपुर में मनिपाल जैसे प्रतिष्ठित संस्थान को लाने के लिए, एमटीएमएच को और विकसित करने के लिए टाटा स्टील प्रबंधन को धन्यवाद दिया तथा यह आग्रह किया कि हायर एजुकेशन के क्षेत्र में भी एक प्रतिष्ठित संस्थान लाया जाए ताकि यहां के बच्चो को उच्च शिक्षा और नौकरी दोनो कि गारंटी मिल सके. इसके साथ ही फुटबॉल के क्षेत्र जेएफसी जैसे ब्रांड को लाने के लिए भी टाटा प्रबंधन को धन्यवाद दिया. यूनियन ने जमशेदपुर में पर्यावरण के स्तर को और बेहतर करने के लिए अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक व्हेहिकल चलाने पर ध्यान देने और टाटा मोटर्स से अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक व्हेहिकल उपलब्ध कराने पर जोर दिया. यूनियन की ओर से यह भी बताया गया की टाटा स्टील में प्रबंधन और यूनियन आपसी सहमति से किस प्रकार सस्टेनेबिलिटी और डिजिटल मिडिया पर काम किया जा रहा है. संयुक्त परामर्श प्रणाली के सिस्टम को कोरोना काल में भी नहीं बाधित होने दिया गया और डिजिटल मिडिया के माध्यम से हर एक्टीविटी को जारी रखा गया ताकि कर्मचारियों और कंपनी दोनों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो. टाटा स्टील प्रबंधन की ओर से एमेरिटस चेयरमैन रतन टाटा ने कहा कि टाटा वर्कर्स यूनियन के साथ आरंभ से ही मित्रवत संबंध रहा है और इसे और बेहतर करते हुए साथ-साथ चलना है. चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा स्टील हमारा मदर प्लांट है. प्रबंधन और यूनियन को आपसी सूझबूझ से औद्योगिक शांति और सहकर्मिता को बरकरार रखते हुए विकास की हर ऊंचाइयों को हासिल करना है. उन्होंने यह भी कहा आपके सुझाव हमेशा कंपनी के लिए महत्वपूर्ण होते हैं.
