जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन के पीएफ ट्रस्टी के सारे सदस्यों को अब ड्यूटी करना पड़ेगा. एक जुलाई से सारे पीएफ ट्रस्टी को अब सामान्य कर्मचारी की तरह ही पंचिंग करना पड़ा है. अब तक वे लोग ड्यूटी से रिलीज रहते थे और तीन दिन उनको जेनरल ऑफिस में जाना होता था, जिसके लिए पंचिंग अनिवार्य नहीं था. इस मुद्दे को लकर मामला यूनियन का गरमा गया है. टाटा वर्कर्स यूनियन के पूर्व डिप्टी प्रेसिडेंट और विपक्ष के नेता संजीव चौधरी टुन्नु ने यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है. उन्होंने बकायदा कमेटी मेंबरों के समूह में अपना लिखित बयान दिया है, जिसमें उन्होंने अध्यक्ष पर यूनियन की गरिमा को गिराने के लिए जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि पीएफ ट्रस्टी का रिलीज कैंसिल होना या उन्हें पंच करने को बाध्य करना, ये सीधे-सीधे हमारे यूनियन की अस्मिता पर आघात है. दशको से चली आ रही परंपरा के साथ छेड़छाड क्यों किया जा रहा है? और ऐसे मुद्दे पर हमारे यूनियन की मौन स्वीकृति हमारे संस्था को कमजोर कर रही है. यह कोई व्यक्तिगत मामला नही है, पीएफ ट्रस्टी कमिटी मेम्बरों के लिए एक सम्मानित पद है, जिसका मानहानि करना बिल्कुल ही अनुचित है. इस कार्यकाल में कर्मचारियो के बहुत सारे हितो ( मेडिकल एक्सटेंसन, डीए) की तिलांजलि दी गई और कमिटी मेम्बरों के अधिकारों का हनन किया गया. इसी कार्यकाल में कमिटी मीटिंग के रिलीज लेटर में डयूटी वापस जाने का भी समय दिया जाने लगा और अब पीएफ ट्रस्टी को पंच करवाना, विभागीय आरओ समझौता मे कमिटी मेम्बरों को नही बुलाना, इन सबसे यूनियन को कमजोर किया जा रहा है. हम सौभाग्यशाली है कि हमे 100 साल पुराना ऐतिहासिक संस्था मिली, किन्तु आने वाली पीढ़ी को हम क्यों कमजोर कर रहे है? यूनियन नेतृत्व से संजीव चौधरी टुन्नु ने अपील की है कि पीएफ ट्रस्टी के पंचिंग को यथाशिघ्र रुकवाया जाए.
tata-workers-union-टाटा वर्कर्स यूनियन के पीएफ ट्रस्टी को शुरू हुई पंचिंग, अध्यक्ष आर रवि प्रसाद पर विपक्ष के नेता संजीव चौधरी ‘टुन्नु’ ने बोला अब तक का सबसे बड़ा ‘जुबानी हमला’
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