जमशेदपुर : कोलकाता के एनसीएलटी में बंद टायो कंपनी के कर्मचारियों द्वारा दाखिल 3 आवेदनों पर सुनवाई हुई. कर्मचारियों की तरफ से उनके अधिवक्ताओं ने एडजुडिकेटिंग ऑथॉरिटी को बताया कि उनके 3 आवेदनों पर सुनवाई अभी बाकी है और रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल द्वारा लगाए गए आवेदन पर सुनवाई अभी करना मुनासिब नहीं होगा. अधिवक्ताओं ने बेंच को बताया कि उनके 3 आवेदनों को एक साथ सुना जाए और फिर रिजॉल्यूशन प्रोफेशन के आवेदन की सुनवाई की जाए जो झारखंड बिजली वितरण के रिजॉल्यूशन प्लान को स्वीकृत करने के लिए दाखिल की गई है. ज्ञातव्य है कि झारखंड बिजली वितरण ने टाटा के साथ मिलकर टायो की ज़मीन का बंदरबांट की है, जिसके द्वारा टाटा स्टील टायो के 300 एकड़ ज़मीन को अपने कब्जे में रखना चाहती है जो कि रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल की मदद से उसके कब्जे में है भी जबकि झारखंड बिजली वितरण का प्रस्ताव है कि बाकी 50 एकड़ पर वो इंडस्ट्रियल पार्क बनाएगी, जो रिजॉल्यूशन प्लान कि बुनियादी व्याख्या और दिवालिया कानून के बुनियादी उद्देश्यों के बिल्कुल खिलाफ हैं और दूसरी ओर सस्पेंडेड बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और टाटा रिफ्रैक्टरीज लिमिटेड ने भी अपने आवेदन पर सुनवाई की मांग की. अधिवक्ताओं को सुनने के उपरांत जज राजशेखर की बेंच ने सारे आवेदनों को पांच फरवरी 2021 को सुनवाई के लिए रखा. टायो कर्मचारियों की तरफ से अधिवक्ता अखिलेश श्रीवास्तव और आकाश शर्मा ने जिरह की.
tayo-company-closure-issue-टायो कंपनी को बंद करने को लेकर कर्मचारियों के तीन आवेदनों पर हुई सुनवाई, कंपनियों के बीच भी हुई जिरह
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