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टिमकेन : यूनियन विवाद में फंसा कर्मचारियों का वेज व बोनस, यूनियन की सहमति के बगैर बोनस की अग्रिम राशि भेज सकता है प्रबंधन, 24 को होगी पीएफ ट्रस्टी की मीटिंग

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जमशेदपुर : टिमकेन इंडिया लिमिटेड कर्मचारियों का सालाना बोनस व वेज रिवीजन हाईकोर्ट के पेंच में फंसता दिख रहा है.  कंपनी प्रबंधन का कहना है कि यूनियन का आपसी विवाद रांची हाईकोर्ट में चल रहा है. ऐसे में फैसला आने के बाद ही वह समझौता करेगा जबकि मान्यता प्राप्त यूनियन का कहना है कि कोर्ट ने किसी भी गतिविधियों पर रोक नहीं लगाई है और वर्तमान में यथास्थिति बनाए रखने की बात कही है. उससे पूर्व वह एक समान राशि (अंतरिम) बोनस मद में कर्मचारियों को देना चाहता है. फिर समझौते के बाद वह शेष राशि कर्मचारियों के बैंक खाते में भेजेगा. यूनियन ने प्रबंधन के इस प्रस्ताव को खारिज किया है. मालूम हो कि शनिवार को कंपनी के प्लांट जीएम गौरीशंकर राय व यूनियन के महामंत्री गिरवरधारी के बीच हुई वार्ता का कोई निष्कर्ष नहीं निकला. यूनियन का कहना है कि पहले प्रबंधन लंबित ग्रेड रिवीजन करे फिर बोनस समझौता कर एक साथ सभी राशि कर्मचारियों के बैंक खाते में भेजे. सूत्रों की मानें तो मामले पर यूनियन की सहमति नहीं होने के बावजूद प्रबंधन इस सप्ताह बोनस की अग्रिम राशि कर्मचारियों के खाते में भेज सकता है. 
यूनियन का दो खेमा बनने से बढ़ा पेंच

टिमकेन वर्कर्स यूनियन में मान्यता को लेकर दो खेमा बंटा हुआ है. दोनो खेमा में मान्यता को लेकर आपस में जोर-अजमाइश शुरू कर दी है. यूनियन के पूर्व महामंत्री विजय यादव ने यूनियन विवाद को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर किया है. कोर्ट ने फैसला आने तक यूनियन में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है. ऐसे में प्रबंधन के समक्ष दुविधा है, उसे कर्मचारियों को बोनस देना है लेकिन वह यूनियन के किसी गुट के साथ फिलहाल समझौता नहीं कर सकता। ऐसे में वह बोनस की आधी राशि कर्मचारियों के बैंक खाते में भेजना चाहता है जिसका यूनियन ने विरोध किया है. 
24 सितंबर को होने वाले पीएफ ट्रस्टी की मीटिंग अहम

टिमकेन इंडिया में पीएफ ट्रस्टी की मीटिंग जमशेदपुर प्लांट में 24 सितंबर को होना है. इसको लेकर प्रबंधन ने मान्यता प्राप्त यूनियन को एक पत्र भेजा है जिसमें शामिल होने का निमंत्रण है. लेकिन यूनियन द्वारा पूर्व में प्रबंधन के हरेक कार्यक्रम के बहिष्कार करने का निर्णय लिया था, उस पर अब भी कायम है. यूनियन का कहना है कि वेज रिवीजन एवं बोनस के लिए सकारात्मक रुख दिखाएं तभी पीएफ ट्रस्टी की मीटिंग में शामिल हो सकते हैं. हालांकि यूनियन में इसको लेकर अभी तक निर्णय नहीं हुआ है. 

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