जमशेदपुर : टाटा स्टील की अनुषंगी कंपनी टाटा रोबिन फ्रेजर (टीआरएफ) की वार्षिक आमसभा 30 अगस्त की दोपहर तीन बजे बुलायी गयी है. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये यह एजीएम बुलायी गयी है. इस एजीएम में 31 मार्च 2022 तक के समाप्त हुए वित्तीय वर्ष का लेखा जोखा तय किया जायेगा. इसके अलावा टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के सदस्य के तौर पर नियुक्ति फिर से की जायेगी, जिसका प्रस्ताव लाया गया है. कॉस्ट ऑडिटर का वेतनमान के अलावा ऑडिटर की नियुक्ति का भी प्रस्ताव लाया जायेगा. टीआरएफ ने अपने घाटे को कम किया है. कंपनी ने 147.81 करोड़ रुपये का कारोबार बीते वित्तीय वर्ष 2021-2022 में किया है, जो 2020-2021 में 117.98 करोड़ रुपये था. घाटा में भी कमी आयी है. टैक्स देनदारी के पहले का घाटा अब 20.35 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष में घाटा 67.96 करोड़ रुपये था. टीआरएफ के एमडी सह एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के वेतनमान को भी तय किया गया है. घाटे को देखते हुए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के वेतन (रिन्यूमरेशन) में कमी ला दी गयी है जबकि टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन, सीएफओ कौशिक चटर्जी, आरआर झा, अवनीश दगुप्ता और विनायक काशिनाथ देशपांडे को कोई वेतनमान नहीं मिलेगा. स्वतंत्र निदेशक के पद पर राणावीर सिन्हा को वित्तीय वर्ष 2021-2022 में 4.65 लाख रुपये वेतनमान मिलेगा जो पिछले साल 4.90 लाख रुपये था. इसी तरह सब्यसाची हाजरा का 3 लाख रुपये वेतनमान को तय किया गया है, जो पिछले साल 3.25 लाख रुपये हो गया है. निदेशक राम्या हरिहरण को 1.90 लाख रुपये से घटाकर 1.40 लाख रुपये हो गया है जबकि डायरेक्टर कृष्णावा दत का वेतनमान 3.25 लाख रुपये तय किया गया है, जो पहले 3.50 लाख रुपये था. इसी तरह डायरेक्टर डॉ अंशुमन दास को 3.50 लाख रुपये वेतनमान तय किया गया है, जो पिछले साल 1.75 लाख रुपये था. रहीं, टीआरएफ के एमडी आलोक कृष्णा का वेतनमान बढ़ाया गया है. टीआरएफ के एमडी का वेतनमान जो वित्तीय वर्ष 2020-2021 में 132.55 लाख रुपये सालाना था, वो बढ़कर 167.48 लाख रुपये तय कर दिया गया है. इसी तरह टीआरएफ के सीएफओ एनएस राजू का वेतनमान को घटा दिया गया है. एनएस राजू का वेतनमान 65.84 लाख रुपये तय किया गया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष 2020-2021 में 88.89 लाख रुपये था. इसी तरह सुभाशीष दत्ता का वेतनमान को 49.63 लाख रुपये सालाना से घटाकर 17.41 लाख रुपये तय कर दिया गया है. प्रसुन बनर्जी को 16.18 लाख रुपये तय किया गया है जबकि सीएफओ आनंद चंदा को 21.27 लाख रुपये सालाना देने पर सहमित बनी है.