जमशेदपुर : टीआरएफ में प्रबंधन और यूनियन के बीच बोनस वार्ता विफल होने के बाद प्रबंधन एक तरफा बोनस कर्मचारियों को खाते में भेजने की तैयारी में लगा है. प्रबंधन ने घाटे को कारण बताकर एक्ट से ज्यादा बोनस देने से इनकार कर दिया. अगर ऐसा होता है तो 100 से ज्यादा कर्मचारियों को बोनस नहीं मिलेगा. यूनियन ने प्रबंधन के सामने 8.33 प्रतिशत बोनस (एक माह के वेतन के बराबर बोनस राशि ) देने का भी प्रस्ताव रखा था, लेकिन प्रबंधन ने उस पर असमर्थता जतायी. इसके बाद यूनियन के बोनस समझौते पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. शाम चार बजे से पांच बजे तक चली वार्ता में बोनस के अलावा कर्मचारियों के लंबित ग्रेड रिवीजन पर भी वार्ता हुई, लेकिन बोनस पर सहमति नहीं बनने के बाद यूनियन पदाधिकारी बैठक से निकल गये. बोनस समझौता नहीं होने पर यह माना जा रहा है कि प्रबंधन कर्मचारियों के खाते में एकतरफा बोनस राशि भेज सकता है. बोनस एक्ट के तहत राशि भेजने से कंपनी के सौ से अधिक कर्मचारी इस साल भी सालाना बोनस पाने से वंचित रह सकते है. इनमें पुराने ग्रेड के कर्मियों की संख्या अधिक है जिनका बेसिक, डीए 21 हजार से ज्यादा है. बोनस एक्ट के कारण इन्हें बोनस राशि नहीं मिलेगी.
कैंटीन का बहिष्कार, घर से लाया खाना खा रहे
उधर पांचवें दिन भी कैंटीन बहिष्कार जारी रहा. कर्मचारियों ने घर से लाया भोजन किया और बाहर जाकर नाश्ता. कई कर्मचारियों ने यूनियन कार्यालय जाकर प्रबंधन के निर्णय पर नाराजगी जतायी और यूनियन का साथ देने की बात कहीं.