

चाईबासा : एसीसी सीमेंट कंपनी झीकपानी मे 1 फरवरी को आहूत अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा को लेकर झारखंड मजदूर कामगार यूनियन, एसीसी सीमेंट में कार्यरत मजदूरों, कंपनी प्रबंधन, ठेका कंपनी और जिला प्रशासन के समक्ष असमंजस की स्थिति हो गई है ,और नूरा कुश्ती का दौर जारी है। एक तरफ एसीसी कंपनी में कार्य कई मजदूरों और झारखंड जनरल कामगार यूनियन द्वारा एसीसी कंपनी और प्रबंधन – ठेकेदार के तानाशाही रवैया को लेकर मजदूर हित में 1 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर रखी है और हड़ताल को सफल बनाने को लेकर जुलूस प्रदर्शन, और गांव गांव में हैंड बिल, पोस्टर आदि बांटकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है । वहीं दूसरी ओर एसीसी सीमेंट कंपनी में आहुत अनिश्चितकालीन हड़ताल को जिला प्रशासन द्वारा असंवैधानिक करार दिया गया है। और कंपनी के आसपास धारा 144 लगा दिया है साथी पूरे क्षेत्र में जुलूस धरना प्रदर्शन आदि पर रोक लगा दी गई है । 1 फरवरी को होने वाले अनिश्चितकालीन हड़ताल को देखते हुए पुलिस प्रशासन हर गतिविधि पर नजर है। खुद एसडीओ सदर शशीद्र कुमार बड़ाईक और एसडीपीओ सदर अमर कुमार पांडे ने मोर्चा संभाल लिया है। झारखंड जनरल कामगार यूनियन जॉन मिरन मुंडा गुट द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल को देखते हुए आज अनुमंडल कार्यालय में एसडीओ शशीद्र कुमार बड़ाईक द्वारा एसीसी कंपनी प्रबंधन और मजदूरों को वार्ता के लिए बुलाया था।अनुमंडल कार्यालय में लगभग 2 घंटे तक बैठक चली।जिसमें एसडीपीओ अमर कुमार पांडे ,वीडियो झीकपानी प्रभात रंजन चौधरी ,थाना प्रभारी , कंपनी के प्रतिनिधि और मजदूर शामिल हुए। जिसमे मजदूरों की अनदेखी करने ,तानाशाही रवैया अपनाने ,मजदूर विरोधी कार्य करने ,न्यूनतम उचित मजदूरी देने, कैंटीन की सुविधा देने आदि विभिन्न मांगों को लेकर 1 फरवरी को आहूत अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा करने वाले झारखंड जनरल कामगार यूनियन के नेता माधव चंद्र कुंकल और नरेश चंद्र सुंडी सहित दर्जनभर समर्थित मजदूर भी बैठक में शामिल होने आए, मगर एसीसी सीमेंट कंपनी में झारखंड मजदूर कामगार यूनियन के रजिस्टर्ड नहीं होने के कारण बैठक में भाग लेने की अनुमति नहीं दी। जिससे एसीसी में कार्यरत ठेका मजदूरों और ओंकार यूनियन के नेताओं ने बैठक का बहिष्कार किया । (नीचे भी पढ़ें)

हड़ताल असंवैधानिक ,144 लागू : एसडीओ : एसडीओ शशीद्र बड़ाईक 1 फरवरी को झारखंड जनरल कामगार यूनियन और कुछ मजदूरों द्वारा आहूत हड़ताल और विधि व्यवस्था को देखते हुए आज कंपनी के प्रतिनिधियों और मजदूरों को वार्ता के लिए बुलाया गया था। जिसमें एसीसी कंपनी के अधिकारियों और ठेकेदार द्वारा पूर्व की भांति मजदूरों को 777 मजदूरी देने पीएफ ,ग्रेजुएटी ,कैंटीन आदि की सुविधा का लाभ देने, मजदूरों को सुरक्षा, बीमा आदि सीएसआर के तहत आसपास के क्षेत्रों में सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही है ।पूर्व में जैसा कि बताया गया कि कंपनी द्वारा नियुक्त नए ठेकेदार द्वारा मजदूरों को पूर्व में दी जाने वाली मजदूरी की राशि से कम देने की बात गलत है ।झारखंड जनरल कामगार यूनियन द्वारा आहूत अनिश्चितकालीन हड़ताल असंवैधानिक है। पुलिस प्रशासन द्वारा जरूरत पड़ी तो कंपनी के 100 परिधि के दायरे में 144 लागू किया जाएगा और विधि व्यवस्था का संकट उत्पन्न करने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करेगा। (नीचे भी पढ़ें)
मजदूर को धमकाने वाले को जेल भेजेंगे : एसडीपीओ : एसडीपीओ अमर कुमार पांडे ने कहा कि कोई भी संगठन अथवा व्यक्ति कंपनी में काम करने वाले मजदूरों को काम करने नहीं देता या जबरन रोकता है या धमकाता है तो उस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और वैसे लोगों को एफआईआर कर जेल भेजा जाएगा। विधि व्यवस्था और क्षेत्र को अशांत करने की छूट किसी को नहीं दी जाएगी। मजदूरों के हित में नहीं बल्कि आपसी गुटबाजी और नेतागिरी के लिए हड़ताल किया जा रहा है। एसीसी में पूर्व मे कार्य कर रहे लेबर कांट्रेक्टर सुदीप नाग ने मजदूरों के पीएफ -ग्रेच्युटी और सरकारी राशि जीएसटी की करोडो की राशि चोरी की है। सरकार को चूना लगाने और सरकारी राशि को लूटने वाले पर जल्द ही एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जाएगा।