चाईबासा : सेल मुख्यालय कार्यपालक प्रभारी निदेशक मानस विश्वास ने सेल गुवा निदेशक भवन में पिछले दिनों एक साक्षात्कार में बताया कि सारंडा केयरिंग कैपिसिटी के तहत सेल गुवा की 361 एकड़ जमीन पर लगने वाले पिलेट प्लांट के विलम्ब को लेकर एल एंड टी के साथ सेल प्रबंधन की आर्डर प्लेसमेंट नहीं होने के कारण काम रोक दिया गया है. सेल गुवा के उत्पादन को 12.5 मिलियन टन कैपिसिटी किए जाने का प्रयास विगत 4 सालों से चल रहा था. एल एंड टी की कुछ शर्त व आंतरिक समझौता नहीं होने के कारण सेल प्रबंधन ने एल एंड टी का कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया है. एल एंड टी कंपनी के द्वारा कोई भी प्लांट नहीं लगेगा, लेकिन सेल मुख्यालय प्रबंधन 12.5 मिलियन टन कैपिसिटी का प्लांट लगाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं. उसी कैपिसिटी के पिलेट प्लांट की शुरुआत सेल प्रबंधन करेगी. सेल गुवा प्रबंधन की संग्रहित फाइन्स सेल की पूंजी है. झारखंड सरकार से स्वकृति मिलने के बाद इसकी बिक्री की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी तथा संग्रहित फाइन्स को पब्लिक एरिया में लाया जाएगा. इसकी प्रक्रिया सक्रियता पूर्वक जारी है. (नीेचे भी पढ़ें)
उन्होंने कहा कि सेल गुवा प्रबंधन के रानी चूआ खनन क्षेत्र का डेवलपमेंट करने का कार्य कर रही है. सेल गुवा के बायहिल एवं ओटीहिल एरिया के 315 एकड़ जमीन को हैंड माइनिंग डेवलपमेंट की प्रक्रिया के तहत लाया जाएगा. प्लांट की क्षमता को बढ़ाने की दिशा में सेल पदाधिकारी निरंतर उच्च स्तरीय प्रयास कर रहे हैं. उक्त तथ्यों के आधार पर सेल मुख्यालय कार्यपालक निदेशक प्रभारी मानस विश्वास ने बताया कि सेल गुवा के विकास का खाका पूरे तरीके से खींचा जा चुका है. लगातार प्रयासों के तहत सेल गुवा में विकास की नींव रखी जा चुकी है. आने वाला भविष्य, सेल गुआ का स्वर्णिम होगा, जो ऐतिहासिक दृष्टिकोण से स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ेगा. मानव विकास एवं जन कल्याण की रूपरेखा के तहत सेल मुख्यालय कार्यपालक निदेशक प्रभारी मानस विश्वास ने कहा कि आने वाले भविष्य में सेल गुवा क्षेत्र के चिकित्सालय, स्कूल के साथ-साथ टाउनशिप को भी विकास के मुद्दों से सीधे तौर से जोड़ा जायेगा, ताकि स्थानीय लोगों के जीवन स्तर में सुधार के साथ-साथ उनके रहन-सहन का स्तर उच्च स्तरीयर हो सके.