संतोष वर्मा
Chaibasa : रविवार को नवागांव में साईं स्पंज कारखाना के सभी मजदूरों ने मजदूर नेता जॉन मिरन मुंडा पर कम्पनी के खिलाफ दुष्प्रचार और कम्पनी को बन्द करवाने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मजदूरों व ग्रामीणों ने नयागांव विकास समिति के बैनर तले जॉन मिरन मुंडा के विरोध में एक जुलूस निकालकर जॉन मुंडा के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। मजदूरों की मानें तो पिछले 15 दिनों से जॉन मुंडा के द्वारा कम्पनी के खिलाफ झूठी शिकायत कई स्तरों पर की जा रही थी और ग्रामीणों को प्रदूषण के मुद्दे को लेकर बरगलाया जा रहा था साथ न्यूज ऐप पर कई वीडियो पोस्ट कर और अपने संगठन द्वारा आंदोलन कर कम्पनी को बन्द करने की साज़िश की जा रही थी। मजदूरों ने बताया कि हम सभी मजदूर और ग्राम वासियों ने शनिवार को सुबह बैठक कर जॉन मिरन मुंडा का विरोध करने का निश्चय किया था। जब इस बात का पता जॉन मुंडा को लगा तो कल रात 7.30 बजे वह अपने लगभग 30 साथियों के साथ मोटर साइकिल से गांव आये और हर टोली में घूमकर उसका विरोध नहीं करने की धमकी देते हुए सभी लोगों को डराया धमकाया और बुरा अंजाम भुगतने की चेतावनी दी। उनके साथ मझगांव के माधव चन्द्र कुंकल और नोआमुंडी के मान सिंह तिरिया तथा जॉन मुंडा का भाई तथा अन्य लोग मौजूद थे। आज सुबह 7 बजे पुनः वे लोग आए और एक बार फिर से हमलोंगो को धमकी दी। इसके विरोध में हम सभी लोग एकत्रित हो गए और जॉन मुंडा के खिलाफ एक जुलूस निकालकर अपने आक्रोश को व्यक्त करते उसके आदमियों को गांव छोड़कर जाने के लिए मजबूर कर दिया।
उन्होंने बताया कि हम सभी लोगों ने मिलकर यह निश्चय किया कि अभी कोरोना काल में में यह कारखाना ही हमारे रोजगार का माध्यम है और इसके बंद होने की स्थिति में हमारे सामने रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। अतः किसी भी हालत में जॉन मुंडा की नकारात्मक राजनीति यहां नहीं होने देंगे। उनकी इसी राजनीति से एसीसी सीमेंट प्लांट अब बंदी की स्थिति में आ गया है। सांई स्पंज कारखाना से कोई प्रदूषण नहीं होता है क्यूंकि प्रदूषण नियंत्रण की मशीन इएसपी चौबीसों घण्टे चलती है। साथ ही सारे बैग फिल्टर मशीनें भी चलती है, जिनका रख-रखाव भी हमी लोग करते है साथ ही साथ समय पर तनख्वाह भी मिलती है, वो भी न्यूनतम मजदूरी की सरकारी दर से अधिक तथा साल में एक बार दुर्गा पूजा के अवसर पर 8.33 % के दर से बोनस भी दिया जाता है। मजदूरों ने बताया कि सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां आवश्यकता से अधिक लोगों को काम पर रखा गया है और सभी को रोजगार देने की कोशिश की जाती है। अतः बार बार जॉन मुंडा की राजनीति में कारखाना बन्द होते रहने से अंततः तकलीफ हम कामगारों और गांव वालों को ही होती है । अतः अब जॉन मिरन मुंडा की नकारात्मक राजनीति को हम यहां चलने नहीं देंगे।