जमशेदपुर : कोरोना के संक्रमण के बढ़ते और घटते स्तर के बीच आम लोग हताश है, परेशान है. सारे लोग दुखी है. कोरोना से मौत की खबरें हो या कोरोना के बढ़ते संक्रमण की खबरें, आम लोगों को काफी परेशान कर रही है. मन बेचैन हो जा रहा है. लेकिन इस कोरोना के बीच यह खबर लोगों को सुकून देगी कि जमशेदपुर के टेल्को क्षेत्र के रहने वाले 90 साल के एक बुजुर्ग ने एक माह टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में रहकर कोरोना से जंग जीत ली.
वैसे इससे पहले 80 साल के एक दंपत्ति को कोरोना से जंग लड़कर जमशेदपुर के लोगों ने टीएमएच से घर जाते हुए भी देखा था, लेकिन इससे भी अधिक उम्र के व्यक्ति 90 वर्षीय इस बुजुर्ग ने कोरोना को मौत दे दी. उनको पहले से कई बीमारियां भी थी, लेकिन उन्होंने अपने हौंसलों से कोरोना की जंग जीत ली. 23 जुलाई को उनको तेज सांस लेने की दिक्कत और कफ की शिकायत के बाद भरती कराया गया था. उनको सीसीयू में शिफ्ट किया गया था, जहां वे कोरोना पोजिटिव पाये गये थे. आरटीपीसीआर टेस्ट में वे 10 अगस्त को नेगेटिव पाये गये थे और आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिये गये थे. इसके बाद से उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी गयी, जिसके बाद वे 26 अगस्त को टीएमएच से रिलीज कर दिये गये. उन्होंने अस्पताल की व्यवस्था पर संतोष जताया और कहा कि कोरोना से हर कोई जंग जीत सकता है, बस हिम्मत रखना होगा, इलाज पर भरोसा रखना होगा और सबका साथ लेकर आगे बढ़ते जाना होगा. उनके जज्बे को सलाम कीजिये कि वे अब भी जीने की तमन्ना के साथ जिंदगी को और जीते रहने के जज्बे के साथ अपने घर को लौट गये है.
टीएमएच का रिकवरी रेट 75 फीसदी तक पहुंचा
टीएमएच जमशेदपुर को आत्मनिर्भर बनाने में कामयाब है. लोगों को इलाज संभव कराया जा सका है. इसके तहत जमशेदपुर के टीएमएच में रिकवरी रेट भी तेजी से बढ़ा है. टीएमएच में अब तक कुल 2143 कोरोना पोजिटिव मरीज आये थे, जिसमें से 1611 डिस्चार्ज हो गये. 35 तो अकेले बुधवार को डिस्चार्ज हुए है. इस तरह रिकवरी रेट बढ़कर 75 फीसदी से भी ज्यादा हो चुकी है.