कोरोना वायरसjamshedpur-corona-attack-जमशेदपुर में कोरोना के बिगड़ते हालात और नये स्ट्रेन के खतरे को...
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jamshedpur-corona-attack-जमशेदपुर में कोरोना के बिगड़ते हालात और नये स्ट्रेन के खतरे को बयां करने के लिए यह खबर है, जमशेदपुर के अस्पतालों में कई मरीज ऐसे आये, जिनके 25 फीसदी फेफड़े खराब हो चुके थे, शरीर में लक्षण नहीं, लेकिन सिटी स्कैन से मालूम चला कोरोना पोजिटिव है, दूसरी बीमारियों का इलाज कराने आये मरीज पाये जा रहे कोरोना पोजिटिव, लक्षण पकड़ने में डॉक्टर भी नाकाम, 17 से अधिक डॉक्टर खुद वेंटिलेटर पर, 50 से ज्यादा कोरोना पोजिटिव, 18 डॉक्टरों की हो चुकी है मौत-पढ़ेंं

राशिफल

जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोरोना के बिगड़ते हालात और यूके स्ट्रेन के साथ-साथ डबल म्यूटेंट के वायरस मिलने के बाद हालात और बदतर होते नजर आ रहे है. हालात का अंदाजा तो इस बात से लगाया जा सकता है कि कई ऐसे मरीज अस्पताल आ रहे है, जो कोरोना पोजिटिव बाद में पाये जाते है और तब तक उनका 25 फीसदी फेफड़ा डैमेज हो चुका रह रहा है. इसके बाद जब मरीज पहुंच रहे है तो वे काफी क्रिटिकल हो जा रहे है. टीएमएच, एमजीएम, टाटा मोटर्स, टिनप्लेट जैसे बड़े अस्पतालों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, करीब 60 से 65 फीसदी मरीज ऐसे है, जिनको सांस लेने में दिक्कत हो रही है. ऑक्सीजन लेवल काफी तेजी से घट रहा है. दो से तीन दिनों के अंदर ही 80 से नीचे ऑक्सीजन लेवल पहुंच जा रहा है. अगर तत्काल लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिले तो हालात बेकाबू हो जा रहे है. पहले के कोरोना लहर में अमूमन 88 फीसदी से नीचे था, लेकिन इस बार ऑक्सीजन लेवल घट जा रहा है, जो 70 तक आ जा रहा है. इस बार के दूसरी लहर में तो कई ऐसे लोग भी मिले है, जो कान से सुनाई नहीं देने की शिकायत लेकर पहुंचे, लेकिन जब उनकी टेस्टिंग करायी गयी तो वे कोरोना पोजिटिव निकल गये. कई लोगी तो ऐसे मिले, जिनका कोरोना पोजिटिव तो नहीं मिला, लेकिन जब सिटी स्कैन कराया गया तो सिटी वैल्यू 35 या उससे कम आ रहा है, जिससे यह साबित हो रहा है कि वे कोरोना पोजिटिव है. सिटी वैल्यू 22 से कम होने पर अस्पताल में भर्ती कराया जाता है. हालात यह है कि 17 डॉक्टरों की हालत खराब है और वे लोग खुद वेंटिलेटर पर है. 18 कोरोना पोजिटिव चिकित्सकों की जमशेदपुर जैसे छोटे शहर में मौत हो चुकी है. अकेले टीएमएच में 50 चिकित्सक कोरोना से पीड़ित हो चुके है. डॉक्टर भी लक्षण को पकड़ नहीं पा रहे है. दूसरी ओर, अकेले खासमहल स्थित सदर अस्पताल में कोरोना टेस्टिंग के बाद ही लोगों का इलाज होता है और वहां अब तक 2027 लोगों की जांच हुई, जिसमें 187 लोग कोरोना पोजिटिव पाये गये है, यानी 9.22 फीसदी लोग कोरोना पोजिटिव पाये जा रहे है. वे लोग दूसरी बीमारियां लेकर आये थे, लेकिन जब जांच की गयी तो कोरोना पोजिटिव हो गये.

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