जमशेदपुर : जमशेदपुर में शनिवार को टीएमएच में हुई कोरोना वायरस से पांचवी मौत को लेकर जमशेदपुर का ज़िला प्रशासन रविवार को दिनभर काफी परेशान रहा. परिजन नही मिल रहे थे क्योंकि मृतक का पता अस्पताल में केवल बागबेड़ा लिखा हुआ था और जो फ़ोन नंबर दिया गया था उस नंबर को कोई रिसीव नही कर रहा था. बागबेड़ा निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग की शनिवार को मौत हुई थी, जिनका इलाज टाटा मुख्य अस्पताल ( टीएमएच ) में चल रहा था. उन्हें 24 जुलाई को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद टीएमएच में भर्ती कराया गया था, जिसमें वे शनिवार की सुबह में कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और शनिवार की ही देर रात को उनका इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक लीवर रोग से भी पीड़ित थे. लेकिन उसको जब भर्ती कराया गया था तब उसका पता सिर्फ बागबेड़ा ही लिखा गया था. बताया जाता है कि उनको भर्ती करने के बाद से उनके परिजन भी नही आये थे. मौत होने के बाद मृतक के परिजन ही नही मिल पा रहे थे. घण्टो खोजबीन के बाद प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी उनके बागबेड़ा लाल बिल्डिंग के घर पर पहुंचे. जिस व्यक्ति की मौत कोरोना से हुई थी उसके ही मकान में पूरा परिवार निश्चिंत होकर था. मृतक के दो बेटे घर पर ही थे. जब प्रशासनिक पदाधिकारी पहुंचे तो बेटो ने कहा क्या पिताजी की मौत हो गई है, मालूम ही नहीं चला, फिर कहा चलिए क्या करना है. फिर बेटो को लेकर प्रशासन पहुंचा तब जाकर अंतिम संस्कार किया गया. जमशेदपुर के सारे न्यूज़ वेबसाइट, न्यूज़ चैनल, अखबार में यह खबर छपी की बागबेड़ा के किसी व्यक्ति की मौत कोरोना से हुई है लेकिन परिवार के लोगो और बेटो ने पता तक नही लगाया कि कही उनके ही घर के व्यक्ति की मौत तो नही हो गई है. खैर इस घटना में इंसानियत को ही शर्मसार कर दिया है.
jamshedpur-corona-bad-news-शर्मनाक/जमशेदपुर में शनिवार को कोरोना से हुई बुजुर्ग की मौत के बाद परिजनों को प्रशासन ने खोज निकाला, कराया अंतिम संस्कार, बागबेड़ा में बाप के घर मे आराम से थे दो बेटे, प्रशासन पहुंचा तो बेटों ने कहा-अच्छा पिताजी मर गए, मालूम ही नही चला
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