रांची/जमशेदपुर : झारखंड में तेजी से कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. यह आंकड़ा झारखंड का गुरुवार को 300 के पार चला गया. इस तरह झारखंड में कुल पोजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 303 हो गया है. गुरुवार को पहले जमशेदपुर में एक पोजिटिव आया था जबकि सरायकेला-खरसावां जिले में दो कोरोना पोजिटिव केस सामने आये थे. इसके बाद देर शाम को कोरोना पोजिटिव के केस एक साथ नौ पोजिटिव केस आये, जिसमें रांची के मांडल और चान्हो में 7 केस पोजिटिव पाये गये जबकि दो केस कोडरमा में पोजिटिव पाये गये. इसके अलावा रांची के ओरमांझी में भी पहले ही गुरुवार की सुबह ही पोजिटिव आ गया था. इस तरह कुल 13 पोजिटिव मरीज सिर्फ गुरुवार को आया है.
जमशेदपुर में 382 सैंपल कलेक्शन, 515 की हुई जांच
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब में गुरुवार को 515 कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच हुई. इसमें पूर्वी सिंहभूम जिले के एक व सरायकेला-खारसावां जिले के दो पॉजिटिव मरीज मिले हैं. अन्य 512 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसमें कोल्हान सहित प्रदेश के दूसरे जिले के रिपोर्ट भी शामिल है. इधर, पूर्वी सिंहभूम जिले से गुरुवार को कुल 382 मरीजों का नमूना लिया गया. इसमें गोविंदपुर में मिले मरीजों के पड़ोसियों के अलावा संपर्क में आए लोगों के सैंपल भी शामिल है. इस तरह से जिले से अब तक कुल 6952 लोगों का नमूना लिया जा चुका है. इसमें 6077 की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है बाकि 875 नमूने की जांच चल रही है.
जमशेदपुर में उड़ रही है सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, संक्रमण फैलने का खतरा
पूरी दुनिया कोरोना वायरस की महामारी से परेशान है. वही लॉकडाउन 4 में जमशेदपुर में कोरोना के मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने से जिला प्रशासन हलकान है, वहीं एक दिन में 9 मरीज मिलने के बाद भी लोग मानने को तैयार नहीं है. कोल्हान के तीनों जिलों में अब तक 21 कोरोना पोजिटिव मरीज इलाजरत हैं. वैसे जमशेदपुर के बाजारों औऱ सड़कों पर भीड़ कम नहीं हो रहा है. लोग खुलेआम लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं. सब्जी मार्केट हो या फल मार्केट या जमशेदपुर के बाजार इलाके हर जगह लोगों की खचाखच भीड़ देखी जा रही है. एक तरफ कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने से प्रशासन परेशान है, तो दूसरी तरफ आम लोग इस खबर से बेखबर होकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं. वैसे अब जरूरत है प्रशासन को सख्ती बरतने की. उधर उपायुक्त ने लोगों से आग्रह है कि शहर में सड़को और बाजारों में बेवजह ना निकले. ज्यादा जरूरत पड़ने पर ही निकले. लेकिन जमशेदपुर की जनता मानने को तैयार नहीं है. लोग किसी न किसी बहाने सड़क पर निकल रहे हैं. कोई मेडिकल के नाम पर शहर में घूम रहा है तो कोई सब्जी खरीदने के नाम पर प्रशासन के आंख में धूल झोंक रहा है. वैसे यह धूल झुकने वालों को अपने लिए काफी महंगी पड़ेगी लेकिन इसका खामियाजा पूरे जिला और राज्य को भोगना होगा.