
जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोरोना के केस में काफी गिरावट दर्ज हुई है और पूरा जमशेदपुर इससे लगातार ऊबर रही है. यह जानकारी टाटा स्टील के मेडिकल सर्विसेज के सलाहकार डॉ राजन चौधरी ने दी है. इस मौके पर टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेज के जीएम डॉ सुधीर राय और कारपोरेट कम्यूनिकेशन के चीफ सर्वेश खन्ना और हेड रुना राजीव कुमार मौजूद थे. डॉ राजन चौधरी ने आंकड़ों मे बताया कि किस तरह कोरोना का संक्रमण कम हो रहा है. उन्होंने बताया कि टीएमएच में पिछले सप्ताह में 44 मरीज कोरोना से संक्रमित मिले थे, लेकिन इस सप्ताह 15 लोग ही मिले है. पिछले सप्ताह सीसीयू-आइसीयू में 25 लोग थे, जो क्रिटिकल थे, लेकिन अभी सिर्फ 4 लोग ही बचे हुए है. टेस्टिंग ज्यादा होने के बावजूद कोरोना का संक्रमण काफी कम आ रहा है. टीएमएच में कोरोना के तीनों लहर में 7708 मरीज का इलाज हुआ है. इस सप्ताह सिर्फ 38 लोग ही भर्ती हुए है जबकि पिछले सप्ताह 100 लोग भर्ती हुए थे. इसी तरह रिकवरी रेट 85 फीसदी टीएमएच की हो गयी है, जो पिछले सप्ताह 84.5 फीसदी था. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि कोरोने के तीनों लहर के कारण टीएमएच में टेस्टिंग की सुविधा बढ़ी है. अभी लक्षण वाले मरीजों का ही टेस्टिंग कराया जा रहा है और अब तक टीएमएच ने 3 लाख 29 हजार कोरोना टेस्ट कर लिया है, जिसमें आरटीपीसीआर और ट्रूनेट के जरिये 1.74 टेस्टिंग हुई है. उन्होंने यह भी बताया कि इन टेस्टिंग में 208 पोजिटिव मरीज इस सप्ताह आये है जबकि 711 पिछले सप्ताह आये थे. आरटीपीसीआर का पोजिटिविटी रेट जहां 22.35 फीसदी था, वह घटकर 14.38 फीसदी हो चुका है. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि अब तक टीएमएच ने 3 लाख टीकाकरण पूरा कर लिया है, जो किसी भी अस्पताल के लिए बड़ी उपलब्धि है.
तीसरी लहर में सिर्फ 4 मौत सिर्फ कोविड से, सेकेंड वेभ ज्यादा खतरनाक रहा, देखें आंकड़े
उन्होंने यह भी बताया कि मौत के आंकड़ों में कमी आयी है. तीनों वेभ मिलाकर कोरोना से 1153 लोगो की कोरोना से मौत हुई है, लेकिन इस बार के वेभ में 55 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 4 लोग ही कोरोना से मरे है नहीं तो अधिकांश लोग अन्य बीमारियों से मरे है. कोरोना की पहली लहर की बात की जाये तो पहली लहर में 411 मौत टीएमएच में हुई थी, जिसमें से 59 फीसदी लोग ऐसे थे, जिनको दो से अधिक पुरानी बीमारी थी. वही, दूसरी लर में 686 लोगो की मौत कोरोना से हुई थी, जिसमें से 46 फीसदी लोग ही ऐसे थे, जिनको दो से ज्यादा बीमारी थी. तीसरी लहर में 55 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 60 फीसदी लोग ऐसे थे, जिनको दो से अधिक पुरानी बीमारियां थी. लेकिन 4 ही मौत प्योर कोविड यानी विशुद्ध रुप से कोरोना से हुआ था. टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेज के सलाहकार डॉ राजन चौधरी ने बताया कि इन 55 मौतों में 10 लोग हार्ट के मरीज थे, 5 लोगों को कैंसर था तो 15 लोगों को लकवा या न्यूरो का दिक्कत हो चुका था.
फिर से ओमिक्रॉन के मरीज पाये गये, लंबे समय तक खांसी रहे तो ये करें
डॉ राजन चौधरी ने बताया कि ओड़िशा में जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट के लिए 180 सैंपल 3 जनवरी को भेजे गये थे. उसमें से 50 का टेस्ट नहीं हो पाया था, लेकिन 130 कोरोना के सैंपल के टेस्ट हुए है, जिसमें 46 लोग ओमिक्रॉन पाया गया है. अन्य सारे मरीजों में डेल्टा लाइनेज यानी आंशिंक डेल्टा से संक्रमित पाये गये है. इसमें से अधिकांश लोगों में कोई बड़ी बीमारी या परेशानी नहीं हुई थी. पिछले बार 20 लोगों में ओमिक्रॉन पाया गया था. उन्होंने बताया कि तीसरी लहर के कोरोना में मरीजों में लंबा दिनों तक खांसी की शिकायत रह रही है. इसके लिए एंटीबायोटिक का इस्तेमाल किया जा सकता है. गरम पानी से गार्गल कर सकते है और अगर तकलीफ रहती है तो चिकित्सक से जरूर मिल लें तो आराम हो सकता है.