जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोरोना के संक्रमण को लेकर परेशान लोगों के लिए अच्छी खबर है. कोरोना के पहले फेज का पीक समय चल रहा है और अब कमी भी आ रही है. मरीजों की संख्या अस्पतालों में कम आ रहे है जबकि रिकवरी रेट भी काफी बेहतर हो रहा है. सिर्फ जमशेदपुर के सबसे बड़े निजी अस्पताल टीएमएच का रिकवरी रेट देश और झारखंड के रिकवरी रेट सबसे अधिक है. टीएमएच का रिकवरी रेट 81. 82 फीसदी तक पहुंच चुका है जबकि भारत का रिकवरी रेट को 79 फीसदी हो चुका है जबकि झारखंड का रिकवरी रेट 78 फीसदी है यानी देश और राज्य के रिकवरी रेट से बेहतर टीएमएच का है. यह जानकारी टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेज के कोरोना स्पेशलिस्ट और सलाहकार डॉ राजन चौधरी ने संवाददाता सम्मेलन में कहीं. उनके साथ डॉ राजन चौधरी के साथ टाटा स्टील के चीफ कुलविन सुरी और हेड रुना राजीव कुमार भी मौजदू थे. इस दौरान डॉ राजन चौधरी ने बताया कि टीएमएच में भरती होने वालों की संख्या में भी कमी आयी है. अब तक 3135 कोरोना पोजिटिव मरीज का एडमिशन टीएमएच में लिया गया. पिछले सप्ताह में 258 एडमिशन हुआ था तो इस चालू सप्ताह में सोमवार से लेकर शनिवार तक सिर्फ 243 एडमिशन ही कोरोना पोजिटिव मरीजों का हुआ है. दो सप्ताह से यह गिरावट आयी है, जो बेहतर स्थिति का द्योतक है. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि हर सप्ताह कोरोना के पोजिटिव मरीजों की कमी आ रही है. कोरोना का पहला फेज जमशेदपुर में चल रहा है, जिस कारण अब नीचे आ रहा है और दूसरे फेज (दूसरा चरण) में भी कोरोना का हमला फिर से आ सकता है, जिसको लेकर अब भी लोगों को सचेत रहने की जरूरत है. मास्क पहनकर ही चलें, हाथ धोते रहे और सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन किया जाये. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि कोरोना से अब तक टीएमएच में 282 लोगों की मौत हो चुकी है और डेथ रेट 6.09 फीसदी हो चुकी है. कुल 2543 मरीज डिस्चार्ज हो चुके है. यह देश के कई बड़े अस्पतालों से भी बेहतर है और डेथ रेट भी अन्य सारे अस्पतालों से काफी कम आया है. उन्होंने बताया कि रिकवरी रेट भी बेहतर हुआ है. 80 साल से ऊपर के मरीजों की संख्या पिछले सप्ताह 14 थी, जो अब बढ़कर 43 हो गयी है यानी लोगों में कोरोना से लड़ने की क्षमता भी बढ़ी है. जहां तक कोरोना पोजिटिव टेस्टिंग की बात है तो 42851 कुल टेस्ट टीएमएच में हो चुकी है, जिसका पोजिटिविटी रेट 32 फीसदी है. इसमें कुल 3135 कोरोना पोजिटिव को भरती कराया गया था, जिसमें 350 सरायकेला-खरसावां जिले के मरीज थे जबकि 2650 मरीज जमशेदपुर के है जबकि शेष अन्य मरीज दूसरे जिलों के है. आरटीपीसीआर, रैपिड और ट्रूनेट के जरिये कोरोना की टेस्टिंग हो रही है.
कोरोना नेगेटिव के बाद टीएमएच में पोजिटिव होने की बात को लेकर स्थिति साफ की गयी
डॉ राजन चौधरी ने बताया कि टीएमएच में कोरोना नेगेटिव होने के बाद जब लोग अस्पताल आते है, तब कोरोना पोजिटिव हो जाते है, इसको लेकर अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की जरूरत है. उन्होंने ब ताया कि कई अस्पतालों में और कई जगहों पर कोरोना का टेस्ट एंटीजेन टेस्ट कराया जा रहा है. एंटीजेन टेस्ट की रिपोर्ट में अगर कोई कोरोना पोजिटिव पाया जाता है तो वह पोजिटिव ही होता है जबकि अगर कोई कोरोना टेस्ट नेगेटिव होता है तो 15 फीसदी ऐसा चांस होता है कि वह बाद में जब आरटीपीसीआर टेस्ट हो तो वह कोरोना पोजिटिव पाया जाये. इस कारण इसको लेकर अफवाह से बचने की जरूरत है. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि कोई कोरोना पोजिटिव होने के बाद नेगेटिव होने के बाद फिर से कोई कोरोना पोजिटिव हुआ है. ऐसा एक भी मरीज नहीं आया है.