जमशेदपुर : टाटा स्टील द्वारा संचालित टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में कोरोना के मरीजों की मौत का सिलसिला एक बार फिर से तेज हो चुका है. वहीं कोरोना पोजिटिव मरीजों की संख्या में भी काफी ज्यादा तेजी से हो रहा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि टीएममएच में अभी 169 बेड पर कोरोना के मरीज भर्ती है जबकि 32 लोग ऐसे है, जो वेंटिलेशन पर है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक बार फिर से टीएमएच में कोरोना के बेड बढ़ाये जा रहे है. इसकी जानकारी टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेज के पूर्व जीएम और कोरोना के एक्सपर्ट सलाहकार डॉ राजन चौधरी ने दी. डॉ चौधरी ने टेलीफोनिक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 169 बेड पर अभी मरीज है और 32 वेंटिलेशन पर मरीरज है. इसकी संख्या को बढ़ाकर अभी 216 तक कर दी जायेगी और एक सप्ताह बाद कोरोना के बेड 478 हो जायेंगे. उन्होंने बताया कि इसको देखते हुए टीएमएच ने कई सारी सुविधाओं को बंद कर दी है. इसके तहत बारीडीह स्थित टीबी अस्पताल (एडीएमएच) की क्लिनिक को बंद कर वहां टीकाकरण शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा सिदगोड़ा, सोनारी और बिष्टुपुर साउथ पार्क डिस्पेंसरी को बंद कर दिया गया है. साकची, बारीडीह और कदमा डिस्पेंसरी में सिर्फ एक डॉक्टर ही एक दिन में बैठेंगे. टीएमएच के प्राइम को चालू रखा गया है, लेकिन प्राइम की सुविधा में कटौती की गयी है. सिर्फ लोग डॉक्टरों को अपने आपको दिखा सकते है, उसके अलावा कोई सुविधा नहीं रहेगी. फिजियोथेरेपी विभाग को बंद कर दिया गया है. दांत से जुड़ी बीमारियों के इलाज में कटौती की गयी है. वहां सिर्फ एक ऐक्जामिनेशन सेंटर होगा जबकि एक डॉक्टर होंगे जो सिर्फ उनको दवा लिखेंगे और पूरा पीपीइ किट पहनकर रहेंगे. दांतों की ड्रीलिंग, इंजेक्शन समेत तमाम सुविधाओं को बंद कर दिया गया है. ओपीडी संचालित हो रही है. प्लान सर्जरी, जेनरल सर्जरी और इएनटी पर बंदिशें लगा दी गयी है. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि हर दिन करीब एक हजार टेस्ट हो रहा है और पोजिटिव होने की दर काफी ज्यादा है. आरटीपीसीआर टेस्ट का पोजिटिविटी रेट अभी 9.49 फीसदी हो चुका है जबकि रैपिड एंटीजेन टेस्ट (रैट) का टेस्ट 2.87 हो चुका है. पोजिटिविटी रेट एक सप्ताह में 5.34 फीसदी हो चुकी है. उन्होंने बताया कि इसको देखते हुए बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही जीटी 4 हॉस्टल को फिर से 150 बेड का अस्पताल के रुप में परिवर्तित कर दिया जा रहा है. वहां माइल्ड और ए-सिम्प्टोमैटिक मरीजों को रखा जा रहा है. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि स्क्रीनिंग भी तेज करने के लिए बिष्टुपुर साउथ पार्क डिस्पेंसरी में स्क्रीनिंग को शुरू किया जा रहा है. टीकाकरण के बारे में जानकारी देते हुए पूर्व जीएम ने कहा कि करीब 20 हजार से ज्यादा टीका दिया जा चुका है. कोविशील्ड वैक्सीन एक दिन कम था, लेकिन अब टीका आ चुका है और लोगों को दिया जायेगा. लेकिन इसके लिए पहले एडवांस बुकिंग करना होगा, जिसके दिये गये समय के अनुसार ही लोगों को आना होगा. जीएम ने बताया कि एडीएमएच अस्पताल बारीडीह में भी सौ से ज्यादा लोगों को टीका एक दिन में दिया जा रहा है. कोविशील्ड और कोवैक्सीन की टीका की मारक क्षमता के बारे में पूछे गये सवाल पर पूर्व जीएम ने कहा कि दोनों ही एक जैसे है और दोनों ही कारगर है, इस कारण इसको लेकर किसी तरह का कोई भ्रम पैदा नहीं करने की जरूरत है. वाट्सएप यूनिवर्सिटी की यह बातें है, इसके अलावा कुछ नहीं है. उन्होंने बताया कि टाटा स्टील के कर्मचारियों को उनके कार्यस्थल पर ही टीका देने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. सोमवार से प्लांट में ही टीका दिया जा सकेगा, जिसको भारत सरकार ने तेज करने का निर्देश दिया है. यह एचआर विभाग का काम है कि वह कर्मचारियों को सूचीबद्धकर टीका दिलाये, जिसके लिए काम चल रहा है. कोरोना के इलाज को लेकर उन्होंने बताया कि इसको लेकर कोई दिक्कतें नहीं है. रेमडिसीवीर की दवा की कमी की बातें देश में आ रही है. लेकिन अभी जमशेदपुर में कंट्रोल में स्थिति है. टीएमएच में ज्यादा दिक्कत नहीं है.
अभी का वायरस काफी खतरनाक, युवाओं को भी कर रहा संक्रमित, शादी-विवाह समारोह में जाने से बचे, शहर के बाहर से आने और बाहर जाना बंद करें
डॉ राजन चौधरी ने यह भी जानकारी दी है कि कोरोना का अभी का वायरस काफी खतरनाक है, जिस कारण लोगों को ज्यादा सचेत रहना चाहिए. बाहर आने और जाने के फैसले को रद्द करना चाहिए और किसी को बाहर से आने देने से रोक देना चाहिए जबकि कुछ भी बाहर नहीं जाना चाहिए. इमरजेंसी को छोड़कर राज्य या शहर से बाहर जाने का सोचना भी नहीं चाहिए. शादी-विवाह समारोह में भी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ जाना चाहिए और मास्क पहनकर रखना चाहिए और सैनिटाइजेशन जरूरी हैह. यह खतरनाक वायरस है, जो जानलेवा भी है. उन्होंने कहा कि हालात बेकाबू होते देर नहीं लगेगी और उम्मीद है कि मई माह तक यह कोरोना का खतरा बरकरार रहेगा और लोगों को बचकर ही चलना होगा क्योंकि टीएमएच हो या कोई भी चिकित्सा सुविधा को एक समय तक ही बढ़ाया जा सकता है, क्षमता में बढ़ोत्तरी की सीमा होती है और लोगों को बेड नहीं मिलने जैसे हालात से गुजरना नहीं पड़े, इस कारण लोगों को ही सचेत रहना होगा. उन्होंने यह भी बताया कि अभी जो केस आ रहे है, उसमें यह देखा जा रहा है कई सारे युवा भी संक्रमित हो जा रहे है. युवाओं के साथ दिक्कत है कि उनको यह असर नहीं कर रहा है, लेकिन वह जिससे मिल रहे है, उसको संक्रमित कर दे रहे है. यह खतरनाक स्थिति है.
एक से 10 अप्रैल तक दस लोगों की मौत, दो प्योर कोरोना मरीज थे
पूर्व जीएम ने यह भी बताया कि टीएमएच में मौत की रफ्तार तेज हुई है. उन्होंने बताया कि बीच में पूरी तरह कोरोना के कारण मौत का सिलसिला रुक गया था, लेकिन फिर से तेज हो चुका है. एक अप्रैल से लेकर 9 अप्रैल तक कुल दस मौतें हो चुकी है. उन्होंने बताया कि इसमें से दो मौत पूरी तरह कोरोना के कारण हुई है जबकि पांच की मौत एक दिन से भी कम समय में हुई है यानी उनकी हालत पहले से खराब थी, जिसके बाद उनकी मौत हुई है. एक मरीज तो आधा घंटा में ही दो बार हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गयी. कोई पांच या 12 घंटे के भीतर मर गया, जिस कारण लोगों को पहले ही जांच कराना चाहिए ताकि इस तरह के हालात नहीं हो सके. उन्होंने बताया कि मरने वालों में सबसे अधिक उम्र के लोगों में 73 साल का व्यक्ति और एक कम उम्र वाला 34 साल का व्यक्ति शामिल है. वैसे ज्यादातर मौत पुरानी बीमारी वालों की हुई है और दो लोग सिर्फ कोरोना के कारण मरे है.
jamshedpur-tmh-corona-update-टीएमएच में 9 दिनों में 10 की कोरोना से मौत, टीएमएच ने कोरोना को लेकर बढ़ाये बेड, घटायी गयी टीएमएच की सुविधाएं, पोजिटिव होने का दर एक सप्ताह में 5.34 फीसदी तक बढ़ा, दवा व टीका की क्राइसिस को लेकर टीएमएच के कोरोना सलाहकार ने स्पष्ट की स्थिति, कोवीशील्ड और कोवैक्सीन को लेकर क्या कहा डॉ राजन ने, क्या-क्या सुविधा बंद हुई, कैसे युवाओं को भी यह वायरस कर रहा संक्रमित, टाटा स्टील के कर्मचारियों को कब से विभागों में ही लगेगा टीका, जानें
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