कोरोना वायरसjamshedpur-tmh-corona-update-जमशेदपुर में कोरोना के मरीजों में कमी, प्लाज्मा का इस्तेमाल टीएमएच ने...
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jamshedpur-tmh-corona-update-जमशेदपुर में कोरोना के मरीजों में कमी, प्लाज्मा का इस्तेमाल टीएमएच ने किया बंद, टीएमएच ने कहा-अभी कोरोना काफी खतरनाक है, लापरवाह नही बनें, तीसरे लहर के लिए तैयार रहे, बच्चों को बचाने के लिए अब कोशिशें तेज, जानिये टीएमएच कोरोना को लेकर अब क्या कर रहा है तैयारी, कितने कम हुए मरीज, तीसरी लहर में बच्चों को बचाने का क्या हो रहा उपाय

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जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोरोना के मरीजों में कमी आयी है. दूसरे वेभ का अब उतार का समय आ चुका है. ऐसे में लोगों को यह सोच नहीं लेना चाहिए कि कोरोना अब नहीं होगा. अब भी यह उतना ही खतरनाक है और बढ़ने में समय नहीं लगेगा. इसलिए सचेत रहकर सबको मिलकर इसका मुकाबलना करना होगा. यह बातें टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेज के पूर्व जीएम और वर्तमान में सलाहकार डॉ राजन चौधरी ने कहीं. डॉ राजन चौधरी मंगलवार को पत्रकारों से ऑनलाइन संवाद कर रहे थे. उन्होंने बताया कि कोरोना पोजिटिव मरीजों की संख्या 9 मई को समाप्त हुए सप्ताह में 32.84 फीसदी था, जो 16 मई को समाप्त हुए सप्ताह में घटकर 30.48 फीसदी हो चुकी है. टीएमएच में 136 नये दाखिले हुए है यानी हर दिन 34 मरीज भर्ती हुए है जबकि अब तक टीएमएच में 6794 मरीज एडमिट हो चुके है. डॉ राजन ने बताया कि मौत के आंकड़े भी कम हुए है. चार दिनों में 39 लोगों की मौत हुई है यानी रोजाना 9 से 10 लोगों की मौत हो रही है जबकि 13 से 14 लोगों की मौत बीते सप्ताह तक हो रहे थे. जिन 39 लोगों की चार दिनों में मौत हुई है, उसमें 30 जमशेदपुर के, 4 सरायकेला-खरसावां जिला, दो पश्चिम सिंहभूम, एक धनबाद, एक रामगढ़ और एक अन्य जिले के व्यक्ति शामिल थे. 60 साल के ऊपर मरने वारलों की संख्या दो तिहाई ही है जबकि 60 साल से नीचे के लोगों की मौत की संख्या एक तिहाई है. डेथ रेट की बात की जाये तो यह अभी 4.69 फीसदी हो गयी है. बेड की उपलब्धता के बारे में बताते हुए डॉ राजन चौधरी ने बताया कि बेड 594 है, जिसमें से जेनरल बेड की उपलब्धता तो हो गयी है, लेकिन क्रिटिकल लोगों के इलाज के लिए अब भी बेड की कमी बनी हुई है. उन्होंने बताया कि टीएमएच की रिकवरी रेट बढ़कर 78.41 फीसदी हो चुकी है. टीएमएच में अब कर्मचारी, चिकित्सक काम पर लौट रहे है. उन्होंने बताया कि 32 डॉक्टर, 36 नर्स, 33 पारा मेडिकल स्टाफ और 53 सपोर्ट स्टाफ यानी अब तक कुल 160 लोग कोरोना से संक्रित है, जबकि पहले यह संख्या 250 के आसपास था. जो बेहतर है और सारे लोग काम पर लौट गये है.
प्लाज्मा का इस्तेमाल टीएमएच ने बंद कर दिया
डॉ राजन चौधरी ने बताया कि प्लाज्मा का इस्तेमाल टीएमएच में बंद कर दिया गया है. आइसीएमआर ने 17 मई को ही यह गाइडलाइन जारी किया है कि प्लाज्मा से काफी लाभ नहीं हो रहा है और इलाज के प्रोटोकॉल से हटा दिया गया है. इसको देखते हुए टीएमएच में भी प्लाज्मा के इस्तेमाल को रोक दिया गया है. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि पहले दिल्ली में इसको लाया गया था, लेकिन अब यह कारगर नहीं हो रहा है, जिस कारण इसके इस्तेमाल को बंद किया गया है.
तीसरे वेभ की तैयारी, बच्चों के लिए चिकित्सक, नर्स और वार्ड को तैयार किया जा रहा
तीसरे वेभ के बारे में चर्चा करते हुए डॉ राजन चौधरी ने बताया कि यह बताया जा रहा है कि तीसरी लहर के दौरान बच्चों पर सबसे ज्यादा असर पड़ने वाला है. बड़ो पर भी असर पड़ेगा, लेकिन यह बच्चों को ज्यादा अटैक करेगा क्योंकि बच्चों का टीकाकरण नहीं हो पाया है. ऐसे में तीसरे वेभ की तैयारी की जा रही है. इसके तहत साकची के केरला समाजम मॉडल स्कूल के पुराने बिल्डिंग में ऑक्सीजन बेड लग रहे है. रामगढ़िया सभा साकची और साकची गरमनाला स्थित ट्रेनिंग सेंटर में ऑक्सीजनयुक्त अस्पताल बनाया जा रहा है. तीसरे वेभ में बच्चों के लिए अभी 10 वेंटिलेटर है, 4 वेंटिलेटर नर्सरी में है, जहां नवजात बच्चों को रखा जाता है. लेकिन इसके लिए हम लोग तैयारी कर रहे है. इसके लिए बच्चों के लिए डॉक्टर्स, नर्स की बहाली शुरू हो रही है. इसके अलावा वर्तमान में जो डॉक्टर और नर्स है, उसको ट्रेनिंग दिलायी जा रही है. इसके अलावा सामान की खरीद, दवाईयां, डिस्पोजेबल समेत तमाम चीजें उपलब्ध करायी जा रही है.
ब्लैक फंगस नयी चुनौती, इलाज टीएमएच में संभव

डॉ राजन चौधरी ने बताया कि ब्लैक फंगस के अब तक दो केस आ चुके है. दो संदिग्ध मरीज आये है. इस तरह केस और बढ़ने की संभावना है. टीएमएच में पहले भी ब्लैक फंगस का इलाज होता रहा है. इसका इलाज टीएमएच में संभव है. दवाओं की कमी है. इन सारी दवाओं का आर्डर किया गया है और देश में ही कमी है, जिसको लेकर हम लोग सतर्क है. उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस में साफ पानी पीने की हिदायत होती है. इसके तहत आरओ का वाटर प्लांट और डिस्टिल्ड वाटर लोगों को टीएमएच में उपलब्ध कराने की कोशिशें तेज की गयी है. उन्होंने बताया कि लोगों को अपने से स्ट्रायड का इस्तेमाल तो कतई नहीं करना चाहिए. ज्यादा स्ट्रायड का इस्तेमाल के कारण ही ब्लैक फंगस हो रहा है. ऐसे में टीएमएच में इसके इस्तेमाल को संतुलित करने पर जोर दिया जा रहा है.
50 हजार लोगों का टीएमएच में टीकाकरण पूरा, सीरम इंस्टीच्यूट के साथ गठबंधन, स्पुतनिक भी उपलब्ध होगा

डॉ राजन चौधरी ने बताया कि सरकार के गाइडलाइन के मुताबिक, टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है. सीरम इंस्टीच्यूट से निजी स्तर पर टीका की व्यवस्था शुरू करने की कोशिशें तेज की गयी है. सीरम इंस्टीच्यूट से कोविशील्ड का टीका उपलब्ध होते ही अपने स्तर से टीका दिया जायेगा. अभी टीएमएच में सरकार की ओर से टीका उपलब्ध कराया गया है, जहां लोगों को मुफ्त में टीका दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यह खुशी की बात है कि अब तक टीएमएच में 50 हजार से ज्यादा लोगों का टीका दिया जा चुका है. उन्होंने बताया कि स्पुतनिक समेत अन्य बेहतर कंपनियों के विकल्पों पर भी बातचीत की जा रही है.
कोरोना गया नहीं है, अभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, तीसरे वेभ आने वाला है, तैयार रहे

टीएमएच के पूर्व जीएम डॉ राजन चौधरी ने बताया कि कोरोना गया नहीं है. अभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. बड़े फैमिली फंक्शन नहीं करने, ट्रैवल नहीं करें, भीड़ में जाना बंद कर दें, मास्क, सैनिटाइजर, हाथ धोना और सामाजिक दूरी बनाने के मूल मंत्र को नहीं भूले. तीसरा लहर में बच्चों के साथ-साथ बड़े भी प्रभावित होंगे, इस कारण सबको सचेत रहना होगा और अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना होगा.

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