
जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोरोना वायरस के सेकेंड वेभ का असर अब थीमा हो रहा है. इसकी जानकारी टाटा स्टील द्वारा संचालित टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) की ओर से दी गयी है. शुक्रवार को साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में टाटा स्टील के मेडिकल सर्विसेज के पूर्व जीएम और सलाहकार डॉ राजन चौधरी ने जानकारी दी कि अभी पोजिटिविटी रेट घटकर 2.06 फीसदी हो गयी है. एक सप्ताह में सिर्फ 15 कोरोना पोजिटिव मरीजों का एडमिशन हुआ है. एक मरीज सीसीयू में है जबकि 11 ही कोरोना पोजिटिव वार्ड में है. रिकवरी रेट बढ़कर 84.09 फीसदी हो चुकी है जबकि इस सप्ताह में 3 मौतें हुई है. सात दिनों में 3 मौत राहत देने वाली है जबकि पिछले सप्ताह 7 लोगों की मौत हुई थी. इस तरह कोरोना का दूसरा लहर अभी ढलान पर है. उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि तीसरे वेभ को लेकर अभी टीएमएच की तैयारी चल रही है. बेड की संख्या बढ़ाना, चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की बहाली से लेकर संसाधनों में बढ़ोत्तरी कर रहे है और चार कोने पर हम लोग काम कर रहे है ताकि तीसरे वेभ को लेकर हम लोग तैयार रहे ताकि कम से कम लोगों को इसका असर हो सके. उन्होंने कहा कि अगर टीकाकरण तेजी से हुआ तो तीसरा वेभ का असर कम होगा. उन्होंने आशंका जतायी कि अगर कोरोना की तीसरी लहर अक्तूबर से दिसंबर तक आ सकती है. अगर कोरोना को लेकर मास्क पहनना, हाथ साफ करना, सैनिटाइज करना, देह से दूरी बनाकर रहने की आदत में जहां ढिलाई की, वैसे ही तीसरी लहर जल्द ही आ जायेगी, इसमें कोई दो राय नहीं है. डॉ राजन चौधरी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि ओड़िशा में टीएमएच से जिनोम सिक्वेंसिंग स्टडी के लिए सौ सैंपल भेजे गये थे, जिसकी रिपोर्ट आ चुकी है, जिसमें 47 सैंपल में डबल म्यूटेंट यानी खतरनाक डेल्टा वेरिएंट पाये गये थे, जो इस बार के कोरोना की लहर को और ज्यादा घातक बना दिया. उन्होंने कहा कि दूसरे वेभ के ढलान की रफ्तार यह बता रही है कि हर्ड इम्यूनिटी जमशेदपुर में विकसित हो चुकी है यानी अधिकांश लोगों के शरीर में रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ चुकी है, लेकिन यह ज्यादा दिनों तक नहीं रहता है, इस कारण लोगों को सचेत रहना चाहिए.
ब्लैक फंगस के 14 मरीज आये, 6 की मौत
टीएमएच के पूर्व जीएम और सलाहकार डॉ राजन चौधरी ने बताया कि ब्लैक फंगस यानी म्यूकोर माइकोसिस के 14 मरीज टीएमएच में आये थे, जिसमें से 6 मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि 3 मरीज कहीं और इलाज कराने के लिए चले गये और एक ठीक होकर घर गये. 4 मरीज का इलाज किया गया है.
टीकाकरण जितना ज्यादा होगा, उतना हम बच सकेंगे, हर साल लेना पड़ सकता है टीका, एलर्जी अगर इंजेक्शन में शामिल तत्वों से है तो टीका नहीं लें
डॉ राजन चौधरी ने बताया कि अब तक टीएमएच की ओर से जिला प्रशासन के सहयोग से 88 हजार लोगों को टीका दिया जा चुका है. टीएमएच को कोवैक्सीन की खेप मिल चुकी है, जिसको दूसरा डोज वालों को दिया जा रहा है. अभी पेड सर्विस देने की स्थिति में टीएमएच नहीं पहुंची है, जैसे ही वैक्सीन आ जायेगी, वैसे ही टीकाकरण पेड सर्विस भी शुरू होगा, लेकिन अभी संभव नहीं लग रहा है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जिनको किसी तरह की कोई एलर्जी है, वो भी टीका ले सकते है, बस वैसे लोग टीका नहीं ले सकते है, जिनको वैक्सीन में इस्तेमाल में लाये गये तत्वों से एलर्जी है. इसके अलावा सारे लोग टीका ले सकते है, कहीं कोई दिक्कत वाली बात नहीं है. उन्होंने बताया कि टीका जितने लोग ले लेंगे, तीसरे वेभ में ज्यादा सुरक्षित रहेंगे. जितने लोग एक डोज भी ले लेते है तो भी वे लोग सुरक्षित रहेंगे, इस कारण टीकाकरण को गति देने की जरूरत है. कोवीशिल्ड, कोवैक्सीन किसी में कोई फर्क नहीं है, जो मिलता है, उसको ले लेना चाहिए.
टीएमएच में ओपीडी सेवा अब बहाल, टेलीफोन पर दी जायेगी सुझाव
डॉ राजन ने बताया कि टीएमएच में अब ओपीडी सेवा को बहाल कर दिया गया है. टेलीफोन से लोगों को कई तरह के सुझाव दिये जा रहे है. कोरोना को मात देने वाले भी कई तरह से परेशान है, उनको भी हम लोग टेलीफोन पर गाइड कर रहे है. टीएमएच विश्वास एप से लोग इसका भी नंबर लगा सकते है.