जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामले और हर दिन हो रही मौतों से झारखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गयी है. वैसे जिला प्रशासन से लेकर राज्य और केंद्र सरकार की जांच टीम शहर में हो रहे मौत और बढ़ते संक्रमितों के मामले की जांच कर चुकी है. इधर शुक्रवार को झारखंड के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गठित एक टीम जमशेदपुर पहुंची और टीएमएच में जांच शुरू कर दी है. इस जांच दल में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का एक प्रतिनिधि भी शामिल है जबकि एमजीएम के एक डॉक्टर, एक संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी और आइडीएसपी के एक अधिकारी को रखा गया है. राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ नीतिन मदन कुलकर्णी के स्तर पर यह कमेटी बनायी गयी है. इस कमेटी ने शुक्रवार को पूरे टीएमएच का भ्रमण किया और मौत के कारणों की जांच की. टीम ने सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की उसके बाद टाटा मुख्य अस्पताल के लिए निकल गयी.
टीम टीएमएच के अलावा जमशेदपुर के दूसरे कोविड अस्पतालों का भी निरीक्षण करेगी. हालांकि इससे पूर्व की सभी जांच टीमों ने टीएमएच में हो रही मौत के मामले में क्लीन चिट दिया है. अब डब्लूएचओ की ओर से क्या रिपोर्ट आती है इसका सभी को इंतजार रहेगा. जमशेदपुर में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें टीएमएच में हो रही है. वैसे जिला प्रशासन, केंद्र और राज्य सरकार की जांच एजेंसियों ने टीएमएच में हो रही मौत के मामले को लेकर क्लीन चिट दे दिया है. वहीं, टीएमएच में हो रहे मौत एवं अस्पताल की अव्यवस्था पर अब सरकार की सहयोगी पार्टी कांग्रेस के अल्पसंख्यक मोर्चा ने भी सवाल उठाते हुए जिले के उपायुक्त से जांच की मांग उठायी है. शुक्रवार को कांग्रेस माइनॉरिटी फोरम का एक प्रतिनिधिमंडल जिला मुख्यालय पहुंचा और जिले के उपायुक्त को एक मांगपत्र सौंपकर टीएमएच में हो रहे मौत मामले की जांच कराए जाने की मांग की.