रांची : झारखंड सरकार ने पहले से ही कोरोना के इलाज को लेकर निजी अस्पतालों और निजी नर्सिंग होम के लिए दर तय कर दिया है. इसके बावजूद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लोगों ने शिकायत की है कि निजी अस्पताल और नर्सिंग होम लगातार इसको अवसर बना लिये है और लोगों को पैसे लेकर कंगाल बना रहे है. ऐसे हालात लगातार चल रही सांसदों औव विधायकों की मीटिंग में सामने आयी है. इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्विटर पर ही सारे जिले के डीसी और आम जनता से अपील की है कि निर्धारित दर से ज्यादा कई भी अस्पताल या नर्सिंग होम पैसे मांगता है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये. इसके लिए 104 टोल फ्री नंबर जारी कर दिया गया है, जिसमें लोग 24 घंटे फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है. इसको लेक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात डीसी को कहीं यी है. तय दर के अनुसार जमशेदपुर, रांची, धनबाद और बोकारो में एनएबीएच से मान्यता प्राप्त अस्पतालों को 8000 रुपये ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, बिना वेंटिलेटर के आइसीयू का 10 हजार रुपये और वेंटीलेटर वाले आइसीयू का 12 हजार रुपये लेना है. इसके अलावा नान एनएबीएच अस्पतालों को 7500 रुपये ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, बिना वेंटिलेटर के आइसीयू का 9000 रुपये और वेंटिलेटर युक्त आइसीयू का 11500 रुपये लिया जाना है. हजारीबाग, पलामू, देवघर और सरायकेला-खरसावां, रामगढ़ और गिरीडीह जिले के लिए एनएबीएच वाले अस्पताल को 7000 रुपये ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, बिना वेंटिलेटर के आइसीयू का 8500 रुपये और वेंटीलेटर वाले आइसीयू का 11 हजार रुपये लेना है. नान एनएबीएच अस्पतालों को 6500 रुपये ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, बिना वेंटिलेटर के आइसीयू का 8000 रुपये और वेंटिलेटर युक्त आइसीयू का 10500 रुपये लिया जाना है. अन्य सारे जिले में नान एनएबीएच अस्पतालों को 5000 रुपये ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, बिना वेंटिलेटर के आइसीयू का 7500 रुपये और वेंटिलेटर युक्त आइसीयू का 9000 रुपये लिया जाना है. एनएबीएच अस्पतालों को 6000 रुपये ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, बिना वेंटिलेटर के आइसीयू का 8000 रुपये और वेंटिलेटर युक्त आइसीयू का 10500 रुपये लिया जाना है.
jharkhand-hospital-charges-झारखंड के मुख्यमंत्री निजी अस्पतालों और निजी नर्सिंग होम के वसूली को लेकर गुस्से में, सभी जिले के डीसी को ऐसे अस्पतालों और नर्सिंग होम पर कार्रवाई का आदेश, मालिक ही जायेंगे जेल, जानें अस्पतालों और नर्सिंग होम को किस चीज का कितना लेना है पैसा
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