रांची : झारखंड सरकार की आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक गुरुवार को शाम 4 बजे आहूत की गई है. इसमें राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राज्य के आपदा एवं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण सिंह समेत अन्य लोग शामिल होंगे. इस दौरान कोरोना के संक्रमण की स्थिति के बारे में आकलन किया जाएगा. इसके अलावा लॉकडाउन में कितनी राहत दी जाए और वीकेंड लॉकडाउन को समाप्त की जाए या नहीं, इस पर विस्तार से विचार विमर्श किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार बहुत ज्यादा छूट देने की स्थिति में नहीं है लेकिन वीकेंड लॉकडाउन को समाप्त करने का मन बनाई है. बताया जाता है कि केरल और महाराष्ट्र में अभी हाल में लगातार कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए झारखंड सरकार ज्यादा छूट देना नहीं चाहती और रात 8:00 बजे के बाद दुकानों के बंद होने के आदेश को बरकरार रख सकती है. सूत्रों के मुताबिक रेस्टोरेंट्स, सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स में 50 फीसदी सीट के साथ चलाने की इजाजत को हटा सकती है. अब फुल सीट के साथ कोरोना के गाइडलाइंस के साथ इसका संचालन करने की इजाजत दी जा सकती है. राज्य सरकार कोरोना की टेस्टिंग के साथ कोरोना वैक्सीनेशन को और तेज करना चाहती है. केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यो में छूट के बाद एक दिन में 20 हजार से ज्यादा केस आने लगे है जिसने देश मे चिंता बढ़ा दी है यही वजह है कि झारखंड सरकार जुलूस और धार्मिक आयोजन में ज्यादा छूट देने की स्थिति में नही है. शादी समारोह और अंतिम क्रियाकर्म में दायरे को बढ़ाना चाहती है ताकि लोगो के आयोजन हो सके. वैसे अब देर शाम को ही तय होगा कि आखिर कितना छूट मिलेगा.