रांची : झारखंड में कोरोना काल के दौरान गुपचुप तरीके से विदेशों से झारखंड में भ्रमण करने वाले पकड़े गये 18 तबलीगी जमात कोर्ट के आदेश के बाद मंगलवार को रिहा कर दिया गया. रांची के जेल से ये सारे 18 लोग बाहर आ गये, जिसमें 17 विदेशी है. इन सारे लोगों के जेल से निकलने के बाद कांग्रेस के पूर्व सांसद और वरिष्ठ नेता फुरकान अंसारी ने स्वागत किया. तीन माह बाद जेल से निकले इन लोगों ने अपने देश लौटने की गुजारिश की, जिस पर फुरकान अंसारी ने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया. इस दौरान फुरकान अंसारी ने लोगों को संबोधित किया और बताया कि आरएसएस और भाजपा के लोगों ने मिलकर तबलीगी जमात के लोगों को फंसाया है, लेकिन यहां के विधायकों ने साथ दिया, जिससे उनको लाभ मिला है.
तबलीगी जमात के लोगों ने फुरकान अंसारी के प्रति आभार जताया, जिनकी पहल पर ही उनको मदद मिल पायी है. इस दौरान फुरकान अंसारी ने कहा कि बीमारी को लेकर राजनीति की गयी. कौम, जाति, मजहब के जरिये लोगों को बांटने की कोशिश की गयी, जो गलत बात है. हिंदू और मुसलिम की नजर से बीमारी को देखना सरासर गलत बात है. उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात पर लगाये गये सारे आरोप बेबुनियाद थे.