जमशेदपुर : देश की सबसे बर्ड़ी निर्माता कंपनी टाटा स्टील के मजदूरों को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए तीन खबरें आयी है. ये तीनों खबरें सबको सुकून दे सकता है. इसके तहत टाटा स्टील और टाटा वर्कर्स यूनियन ने कई कदम उठाये है.
टाटा स्टील में सारे कर्मचारियों का होगा कोविड टेस्ट
टाटा स्टील कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर काफी संजिदा है. इसके तहत टाटा स्टील ने तय किया है कि सारे कर्मचारियों का कोरोना वायरस (कोविड-19) का टेस्ट कराया जायेगा. इसके तहत वर्तमान में सात विभागों के करीब 6 हजार कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया जायेगा. दो तरह का टेस्ट कर्मचारियों का होगा. एक टेस्ट आरटीपीसीआर टेस्ट होगा तो दूसरा टेस्ट ब्लड सैंपल के जरिये कराया जायेगा. इसके तहत चार श्रेणी में कर्मचारियों को बांटा गया है. स्थायी कर्मचारियों के साथ ठेका मजदूरों को भी इसमें जोड़ा गया है. इसके तहत टीएमएच, ओएचएस, सिक्यूरिटी, कैंटीन, आयरन मेकिंग मैकेनिकल मेंटेनेंस और एक ठेका कंपनी बामन इंजीनियरिंग के कर्मचारियों को प्रथम चरण में टेस्ट किया जायेगा. योजना है कि सारे कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया जाये. जिन विभागों का काम कंपनी के प्लांट से बाहर होता है, उसका टेस्ट टीएमएच में होगा जबकि जिनका काम प्लांट के भीतर होता है, उनका टेस्ट कंपनी प्लांट के भीतर के ओएचएस सेंटर यानाी हेल्थ सेंटर में कराया जायेगा.
टाटा वर्कर्स यूनियन अपने सदस्यों व टाटा कर्मियों को देगा चांदी का सिक्का
टाटा वर्कर्स यूनियन ने अपना सौ साल पूरे कर लिया है. सौ साल पूरे होने पर चांदी का सिक्का सारे कर्मचारियों को देने की घोषणा की गयी है. अब सारे कर्मचारियों को चांदी का सिक्का बांटने की योजना को धरातल पर उतारा जा रहा है. इसके तहत जून माह में सभी कर्मचारियों को यह चांदी का सिक्का दे दिया जायेगा. जून में डिलीवरी हो जायेगा, जो जुलाई माह तक बंटता रहेगा. कमेटी मेंबरों के माध्यम से कर्मचारियों को दिया जायेगा जबकि ऑफिस बियररों की ओर से कमेटी मेंबरों को यह सिक्का दिया जायेगा जबकि पदाधिकारी को सिक्का यूनियन के अध्यक्ष, महामंत्री और डिप्टी प्रेसिडेंट देंगे. जो पूर्व कर्मचारी है यानी रिटायर हो चुके है, वैसे कर्मचारियों को कंपनी के इंप्लायमेंट एक्सचेंज के माध्यम से बांटा जायेगा.
160 ट्रेड अप्रेंटिस कर्मचारियों का रुका इंक्रीमेंट मिलेगा
टाटा स्टील के 2016 बैच के ट्रेड अप्रेंटिस कर्मचारियों का सैप सिस्टम में गड़बड़ी होने के कारण इंक्रीमेंट नहीं मिल रहा है. इस मामले को लेकर यूनियन के महामंत्री सतीश सिंह से करीब 160 ट्रेड अप्रेंटिस कर्मचारियों ने मुलाकात की थी और अपनी परेशानी को बताया था. महामंत्री सतीश सिंह ने पूरे मामले को मैनेजमेंट के स्तर पर ले जाकर जांच कराया, जिसके बाद पाया गया कि 160 कर्मचारियों का तकनीकी कारणों से इंक्रीमेंट नहीं हो रहा है. इसके बाद तय किया गया कि सारी तकनीकी खामियों को दूर करने के बाद सबको इंक्रीमेंट का पैसा मिलने लगेगा.