जमशेदपुर : टाटा स्टील द्वारा संचालित टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) के भरोसे कोल्हान का दो जिले का इलाज चलने वाला है. कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिले में जो भी कोरोना वायरस का पोजिटिव मरीज मिलता है तो उसको टीएमएच में ही लाया जायेगा. राज्य सरकार द्वारा टीएमएच को ही कोविड सेंटर के रुप में घोषित किया गया है. वहां संदिग्ध मरीजों को रखा जायेगा जबकि जो भी कोरोना पोजिटिव मरीज है, उनका इलाज टीएमएच में ही होगा. यह जानकारी टाटा स्टील के मेडिकल सर्विसेज के जीएम डॉ राजन चौधरी ने टेलीफोनिक संवाददाता सम्मेलन में कहीं. इस संवाददाता सम्मेलन में टाटा स्टील के सीएसआर चीफ सौरभ राय, टाटा स्टील कारपोरेट कम्यूनिकेशन के चीफ कुलविन सुरी, हेड रुना राजीव कुमार समेत अन्य लोग मौजूद थे. इस दौरान टाटा स्टील के मेडिकल सर्विसेज के जीएम डॉ राजन चौधरी ने बताया कि टीएमएच में अब तक कुल 1650 टेस्ट किये जा चुके है. करीब एक माह में यह टेस्ट हुए है. ज्यादा टेस्ट अब हो रहे है. उन्होंने बताया कि टीएमएच में टेस्ट और इलाज दोनों की सुविधाओं में इजाफा हुआ है.
टीएमएच में कई सारी सुविधाएं बढ़ी, टेस्ट की व्यवस्था दुरुस्त हो गया है
टीएमएच के सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की गयी है. इसके तहत टेस्ट के अलावा इलाज का भी बेहतर इंतजाम कर दिया गया है. इसके तहत टाटा स्टील की ओर से टीएमएच में अब सैंपल पुलिंग टेक्नॉलॉजी के जरिये टेस्ट किया जा रहा है. इसके तहत पांच संदिग्ध का एक साथ टेस्ट किया जा सकता है, लेकिन इस टेस्ट में एक दिक्कत है कि अगर किसी एक का पोजिटिव आ जायेगा तो सभी पांचों का फिर से टेस्ट करना होता है, लेकिन इससे टेस्ट काफी ज्यादा होता है. टीएमएच में यह सुविधा शुरू की गयी है और एमजीएम अस्पताल में भी यह सुविधा शुरू हो चुकी है. इसके अलावा टीएमएच में 50 इनवेसिव वेंटिलेटर, 59 मोनिटर, 197 इंफ्यूजन पंप, 50 नॉन इंवेंसिव वेंटिलेटर अभी है, जिसका 4 और वेंटिलेटर आयेगा. एक और 123 मल्टी मोनिटर, 90 नये बेड लगाये गये है. वैसे कोरोना वायरस के 600 बेड है.
टीएमएच में आये 24 मरीज, दो अब तक नेगेटिव हो गये, सिर्फ एक में लक्षण, गोविंदपुर की एक लड़की आइसीयू में
टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेज के जीएम डॉ राजन चौधरी ने बताया कि टीएमएच में अब तक कुल 24 मरीज आये है. उसमें से दो मरीज नेगेटिव है. इसमें जमशेदपुर के चाकुलिया की एक लड़की जो पहले पोजिटिव थी, वह अब नेगेटिव पहले ही हो चुकी थी जबकि सरायकेला-खरसावां जिले में आया पहला केस का दूसरा रिपोर्ट भी नेगेटिव आया है. लेकिन जब तक 28 दिनों तक उसकी स्थिति ठीक रहती है और रिपोर्ट नेगेटिव ही आयेगी तब जाकर यह कहा जा सकता है कि वे लोग पूरी तरह स्वस्थ्य है. जहां तक लक्षण की बात है तो टीएमएच में जितने मरीज आये है, उनमें एक को छोड़कर किसी में कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं है. जीएम ने बताया कि जो भी प्रोटोकॉल कोविड 19 को लेकर जारी किया गया है और जो नये बदलाव आ रहे है, वे सारे बदलावों को लेकर टीएमएच काम कर रहा है. जीएम ने बताया कि इलाज के दवा को लेकर भी नये गाइडलाइन आये है, जिसका अनुपालन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जो भी मरीज उनके पास पोजिटिव आये है, उनका इलाज चल रहा है और सारे लोग स्थिर (stable) है. एक लड़की को सीसीयू में भरती किया गया है, जहां उसकी स्थिति स्थिर है. चूंकि, उक्त लड़की का पहले भी दिल्ली में ऑपरेशन हुआ है, इस कारण उसको ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है. इस कारण उनको सीसीयू में रखा गया है, लेकिन स्थिति ठीक है. जहां तक रिकवरी की बात है तो कोई पोजिटिव केस आयेगा तो पहले उसका इलाज होगा. 28 दिनों तक अगर उसका रिपोर्ट नेगेटिव ही रहता है तो उसको डिस्चार्ज किया जा सकता है.
ओपीडी की सेवा पूरे तौर पर अभी नहीं, इम्यूनिटी को बढ़ाने की जरूरत
टाटा स्टील के जीएम मेडिकल सर्विसेज डॉ राजन ने बताया कि लिव विद कोरोना का नारा तो दिया गया है, लेकिन इसके लिए लोगों को भी सचेत रहना होगा. मास्क पहनना होगा, कहीं भी थूकना नहीं होगा, सोशल डिस्टेंसिंग रखना होगा. दूरियों को बनाकर ही काम करना होगा और सबसे ज्यादा जरूरी है कि लोगों को इम्यूनिटी पावर को बढ़ाना होगा. जहां तक ओपीडी की सेवा की बात है तो ओपीडी का टेलीफोनिक कंसल्टेशन दिया जा रहा है, जिसका लोग लाभ ले रहे है. हर स्पेशलिस्ट का ओपीडी चल रहा है, लेकिन भीड़ नहीं लगे, इसके लिए ओपीडी को पूरे तौर पर संचालन नहीं किया जा रहा है.