जमशेदपुर : जमशेदपुर को चिकित्सा के मामले में आत्मनिर्भर बनाने वाली टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या के कारण लगातार ऑक्सीजन की खपत बढ़ रही है. सामान्य दिनों में जहां पहले 2000 से लेकर 2400 लीटर प्रतिदिन लिक्विड ऑक्सीजन की खपत होती थी, रहीं अभी 5700 लीटर लिक्विड ऑक्सीजन की खपत होने लगी है. हालात यह है कि हर दो दिनों में तीन बार ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन भरना पड़ता है. इसको देखते हुए टीएमएच के संसाधन में बढ़ोत्तरी की गयी है और अब इसके वर्तमान क्षमता 6000 लीटर की सप्लाइ को बढ़ाकर 13 हजार लीटर तक कर दिया गया है. 13 हजार लीटर का दूसरा टैंक लगा दिाय गया है, जिससे ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं हो सके. यह जानकारी टाटा स्टील के मेडिकल सर्विसेज के पूर्व जीएम और वर्तमान में सलाहकार डॉ राजन चौधरी ने दी. डॉ चौधरी मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
पोजिटिविटी रेट में कमी, मौत के आंकड़े कम, रिकवरी रेट भी बढ़ा, पर कोरोना थम रहा है, यह कहना जल्दबाजी होगी
डॉ राजन चौधरी ने बताया कि कोरोना का 48.93 फीसदी पोजिटिविटी रेट पिछले सप्ताह में था, लेकिन 9 मई को समाप्त हुए सप्ताह में यह घटकर 32.84 फीसदी हो गयी है. यह आंकड़े आरटीपीसीआर और ट्रूनेट टेस्टिंग के है. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि आगे कुछ सप्ताह में अगर ऐसी स्थिति रही तो पोजिटिव साइन हो सकता है, लेकिन अभी कोरोना की रफ्तार में गिरावट होने की बात कहना जल्दबाजी होगी. उन्होंने बताया कि हर दिन 450 बेड भरा रहता है. अब तक टीएमएच में 6535 पोजिटिव केस आ चुका है. उन्होंने बताया कि 77.64 फीसदी रिकवरी रेट हो चुका है. पिछले कोरोना के बाद 92 फीसदी तक का रिकवरी रेट हो गया है. दो से तीन दिनों में कोरोना के पोजिटिव रेट कम आये है, लेकिन यह काफी जल्दबाजी होगी.
40 साल से कम वालों की भी हुई मौत चिंता का विषय
डॉ राजन चौधरी ने कहा कि 4 दिनों में 76 मौत हुई है, जिसमें पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) के 64, सरायकेला के 9, धनबाद के 2 और अन्य जिले के एक मरीज की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि 60 से 80 साल के मरीजों की मौत ज्यादा हुई है, लेकिन 40 साल से कम वालों की भी मौत टीएमएच में हुई है, जिसकी संख्या 7 है. 40 साल से 60 साल के लोगों की संख्या 26 है जबकि 60 से ऊपर वालों की संख्या 43 है. उन्होंने बताया कि अब तक टीएमएच में 29 साल के मरीज की भी मौत हुई है जबकि 19 साल के एक व्यक्ति की मौत हुई थी, लेकिन उसमें कई बीमारियां थी, लेकिन 40 साल से कम वाले लोगों की जो मौत हुई है, उसमें प्योर कोविड से मौत है. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि इस बार का कोरोना वायरस काफी जानलेवा है और युवाओं को भी इस बार निशाना बना रहा है, जो चुनौती है.
तीसरे वेभ की तैयारी, मैनपावर की कमी बनी चुनौती
सलाहकार डॉ राजन चौधरी ने बताया कि तीसरे वेभ की तैयारी चुनौतीपूर्ण है. लोगों को बच्चों में अभी से ही मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ रहने के अलावा हाथ सैनिटाइज करने की आदत डाल देनी चाहिए क्योंकि जानकारों का कहना है कि इस बार बच्चों को यह ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है. चूंकि, टीकाकरण अभियान चल रहा है, इस कारण टीका से बड़े लगों को लाभ हो जायेगा लेकिन बच्चे बच जायेंगे, जिस कारण उन पर सबसे ज्यादा असर हो सकता है. उन्होंने बताया कि अभी मैनपावर की चुनौती है. तीसरे वेभ के दौरान तैयार मैनपावर के लिए प्रयास चल रहा है. 58 चिकित्सक, 36 पारा मेडिकल स्टाफ और 110 नर्स कोरोना पोजिटिव है और ड्यूटी पर नहीं आ रहे है. इस कारण अभी सबसे ज्यादा चुनौती है.
tmh-covid-report-टीएमएच में कोरोना को लेकर नया ऑक्सीजन टैंक लगा, कोरोना का पोजिटिविटी रेट व डेथ रेट घटा, रिकवरी रेट भी बढ़ा, डॉ राजन चौधरी बोले-हालात सुधार के संकेत, लेकिन अभी कोई ठोस चीज बोलना जल्दबाजी, तीसरे वेभ को लेकर अभी से तैयार रहे लोग, बच्चों पर दें विशेष ध्यान, खतरा-टीएमएच में 40 साल से कम के 7 लोगों की हो गयी है मौत, चिंता का विषय
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