सरायकेला : सरायेकाला- खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना अंतर्गत आशियाना ट्रेड सेंटर के समीप सालडीह बस्ती में फर्जी तरीके से क्लीनिक संचालित किए जाने की गुप्त सूचना के बाद ड्रग कंट्रोल विभाग ने औचक छापेमारी की. उधर छापेमारी की सूचना मिलके ही झोला छाप डॉ एसआर पॉल गंभीर रूप से बिस्तर से चिपक गए. वैसे टीम के सदस्यों ने पॉल क्लीनिक के नाम से संचालित क्लीनिक, डॉ एसआर पॉल का आवास औऱ डॉ पॉल के कंपाउंडरों सुजीत और विश्वजीत के घर को भी खंगाला. जहां से टीम को बड़े पैमाने पर बगैर पर्याप्त दस्तावेज के दवाइयां और अन्य क्लीनिकल सामान मिले. वैसे इस दौरान बीमार डॉ एसआर पॉल से जब दवाइयों और क्लीनिकल स्टेबलिस्टमेंट का पेपर विभाग द्वारा मांगा गया, तो बीमारी का बहाना बना, डॉ कुछ भी दिखा पाने से खुद को असमर्थ बताते हुए बिस्तर पर ही चिपके रहे.
वहीं विभाग की टीम करीब दो घंटों तक डॉ पॉल के घर से लेकर क्लीनिक और कंपाउंडर सुजीत और विश्वजीत के घर की खाख छानते हुए फर्जीवाड़ा से संबंधित कई अहम दस्तावेज और दवाइयाों को जप्त किया है. वहीं विभाग की दबिश तेज होते देख डॉ बिस्तर से उठकर सिविल सर्जन से बात करने को कहते हुए ड्रग इंस्पेक्टर कुंज बिहारी चौधरी को फोन देना चाहा, जिसपर डीआई ने फटकार लगाते हुए डॉ पॉल को कहा आप बीमार हैं, बिस्तर पर ही रहें. मैं अपनी फोन से सीएस सर से बात कर लेता हूं. वहीं क्लीनिकल स्टेब्लिस्टमेंट किसी डॉ हांसदा के नाम से होने की बात सामने आयी है, हालांकि झोला छाप डॉ द्वारा इससे संबंधित दस्तावेज भी विभाग को नहीं उपलब्ध कराया गया.
वहीं विभागी की औचक छापेमारी के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. हर आने- जानेवालों की निगाह डॉ पॉल के आलीशान कोठी की ओर ही नजर आ रही था. पड़ोसियों के अनुसार इलाके में डॉ पॉल काफी दिनों से निजी क्लीनिक खोलकर प्रैक्टिस करते हैं, औऱ हर तरह की बीमारियों का इलाज करते हैं. सूत्र बताते हैं, कि पॉल क्लीनिक में गलत तरीके से गर्भपात भी कराया जाता है. वैसे ये जांच का विषय हैं.