जमशेदपुर : बागबेड़ा की रहने वाली एक महिला ने कल मानवता को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया था. जहां बागबेड़ा की रहने वाली एक महिला सुनीता देवी ने पति से नोकझोंक के बाद आदित्यपुर खरकई नदी पुल से अपने 3 साल के मासूम बच्चे को नदी में फेंक कर दूसरे बच्चे को भी फेंकना चाहती थी, तभी स्थानीय लोगों ने महिला को पकड़ लिया. इसी बीच महिला भी खरकई नदी के पुल से कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. वैसे महिला को नदी में मछली पकड़ रहे मछुआरों ने बचा लिया. जिसके बाद महिला को इलाज के लिए पहले मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया उसके बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए टाटा मुख्य अस्पताल रेफर कर दिया गया. जहां महिला की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है. इधर करीब चार घण्टे के बाद आदित्यपुर थाना अंतर्गत बेल्डीह बस्ती के समीप खरकई नदी से 3 वर्षीय मासूम का शव बरामद किया गया. वही महिला के परिवार वालों ने महिला के पति संतोष कुमार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था, जिसके बाद आदित्यपुर थाना पुलिस ने महिला के पति को कस्टडी में ले लिया. इधर महिला के पति का कहना है कि आखिर उसका अपराध क्या है. वह अपने मासूम बच्चे के शव को देखने के लिए तड़पता रहा, लेकिन कानून का हवाला देते हुए आदित्यपुर थाना पुलिस ने उसे ऐसा करने नहीं दिय. इधर आदित्यपुर थाना ने महिला पर कार्रवाई करते हुए धारा 309 और 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. फिलहाल महिला की स्थिति गंभीर बनी हुई है, और टाटा मुख्य अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. इधर महिला पर मामला दर्ज होते ही महिला के परिवार वालों का सुर बदल गया और अपने दामाद से समझौता करने की गुहार लगाने लगे. वैसे महिला के पति ने महिला को मानसिक रूप से विक्षिप्त बताते हुए पुलिस से अपनी पत्नी को बख्श दिए जाने की अपील की है. हालांकि आदित्यपुर थाना पुलिस ने इस मामले में किसी तरह की कोताही नहीं बरते जाने का संकेत दिया है. थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह ने बताया कि यह एक जघन्य अपराध है, और इसमें हम किसी तरह का रिस्क नहीं ले सकते. फिलहाल पुलिस कस्टडी में बच्चे के पिता यानि संतोष कुमार को एमजीएम अस्पताल ले जाया गया. जहां बच्चे का पोस्टमार्टम कराया गया.