
जमशेदपुर : जमशेदपुर के टाटा स्टील पर कोलकाता हाईकोर्ट के डिप्टी लिक्विडेटर के बयान पर बिष्टुपुर थाने में गबन का आरोप लगते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। मामला साल 2003 का है। जहां टाटा स्टील परिसर पर टाटा कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी ने सामान रखा हुआ था। टाटा कंस्ट्रक्शन कंपनी दिवालिया घोषित हो गई। बाद में कोर्ट के आदेश पर कंपनी की संपत्ति को नीलाम करने के प्रक्रिया शुरू की गई थी। हालांकि जांच के बाद उक्त स्थान पर किसी तरह का समान नहीं मिला। इसके लिए कोलकाता हाईकोर्ट ने डिप्टी लिक्विडेटर नियुक्त किया था। जांच में पाया गया कि उक्त स्थान पर सामान बरामद नहीं किया गया। इसी मामले में टाटा स्टील पर मामला दर्ज किया गया है।