जमशेदपुर : जमशेदपुर के मानगो उलीडीह थाना क्षेत्र में थाना से कुछ ही दूरी पर स्थित बैंक ऑफ इंडिया में हुई घटना से दहशत का माहौल है. पुलिस के हाथ हथियार से लैस अपराधियों की सारी गतिविधियों का पता चल गया है. सीसीटीवी फुटेज में यह घटना पूरी तरह कैद हो चुका है. इस घटना में अब तक का जो अनुसंधान हुआ है, उसमें यह मालूम चला है कि अपराधी सुबह 10.30 बजे के आसपास बैंक में घुसे. दो गाड़ी लेकर दो व्यक्ति पहले से खड़े था. चार लोग बैंक के अंदर गये. इन लोगों ने वहां सबसे पहले अपना परिचय दिया कि वे लोग सीबीआइ से आये है. इसके बाद सीबीआइ के अधिकारी बनकर वहां मौजूद सारे ग्राहकों के मोबाइल को ले लिया. इसके बाद बैंक के अंदर सारे लोगों ने पहले तो कैश बॉक्स को ले लिया, इसके बाद वहां गिरवी रखने वाले गहनों के पैकेट थे, जिसको लेकर सारे लूटेरे बैगों में भरकर लेते चले गये. जाते समय इन लोगों ने बैंक का शटर बंद कर दिया. बैंक का शटर बंद करने के बाद ये लोग बाहर मौजूद गाड़ियों से आराम से बाहर निकल गये. इसके बाद लोगों ने किसी तरह शटर को हटाकर और पुलिस को खबर किया, जिसके बाद पुलिस की टीम वहां पहुंची है और जांच शुरू की. (नीचे देखे पूरी खबर और वीडियो)
इतनी भीड़भाड़ वाले इलाके में अपराधियों ने थाना के सामने दी पुलिस को चुनौती, चांडिल की ओर भागे
पुलिस को अपराधियों ने खुली चुनौती दी है. यह डकैती की घटना ने पुलिस की सारी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. जमशेदपुर में बैंक डकैती जैसी घटना पहले शायद ही कभी हुई हो. लेकिन अपराधियों ने इतने भीड़ भाड़ वाले मानगो के मुख्य सड़क पर इस कांड को अंजाम दिया और आसानी से वहां फायरिंग करते हुए भाग निकले. पिस्तौल हाथों में लिये ये अपराधी सीसीटीवी में साफ तौर पर दिखे है. पुलिस की अब तक के हुए तफ्तीश के मुताबिक, ये सारे अपराधी चांडिल की ओर भागे है. पारडीह तक के सीसीटीवी फुटेज में ये लोग दिखे है. इसके बाद वे लोग कहां गये है, इसका लोकेशन नहीं मिल पाया है. (नीचे देखे पूरी खबर और वीडियो)
फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची, कैश और कितना का गहना गया, यह जांच चल रही है, पुलिस की बड़ी टीम बनायी गयी
मानगो के उलीडीह थाना क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया में हुई डकैती की घटना की जांच शुरू कर दी गयी है. जमशेदपुर के एसएसपी प्रभात कुमार अपनी पूरी टीम के साथ इस घटना के उदभेदन में लग गये है. किसी तरह अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश शुरू कर दी गयी है. पुलिस की बड़ी टीम इस कांड के उदभेदन में लगायी गयी है. जांच शुरू की गयी है. अब तक यह जांच पूरा नहीं हो सका है कि कितना कैश और कितना का गहना गायब किया गया है. पुलिस मामले में अब तक मिलान किया जा रहा है कि कितना कैश मिसिंग है और कितना गहना मिशिंग है. पुलिस ने चारो ओर सरायकेला-खरसावां जिले से लेकर पूर्वी सिंहभूम जिले तक नाकेबंदी कर चेकिंग शुरू कर दी है. इस मामले की जांच करने के लिए फोरेंसिक टीम को लगाया गया है, जो पूरे मामले की जांच कर रही है. (नीचे देखे पूरी खबर और वीडियो)
1980 के दशक के बाद हुई बैंक डकैती की घटना
जमशेदपुर में इस तरह का बैंक डकैती की घटना करीब 40 साल के बाद हुई है. 1980 के दशक में जमशेदपुर के जुगसलाई क्षेत्र स्थित सेंट्रल बैंक में डकैती हुई थी. इस घटना के बाद सारे लोग बागबेड़ा वायरलेस मैदान अपराधी लोग बैंक डकैती के पैसे का बंटवारा कर रहे थे कि पुलिस ने उनको धर दबोचा था. इसके अलावा 1980 के दशक में जब यहां के एसपी ज्योति कुमार सिन्हा थे, तब बिष्टुपुर स्थित कैनरा बैंक में डकैती की घटना हुई थी. इसके बाद यह बैंक डकैती मानगो में हुआ है. (नीचे देखे पूरी खबर और वीडियो)
शूट आउट एट वडाला की तर्ज पर दिया गया घटना को अंजाम
इस घटना को लेकर जो पृष्टभूमि तैयार की गयी है, उसके तहत यह मालूम चला है कि इसकी पटकथा शूट आउट एट वडाला फिल्म की तर्ज पर किया गया है. इसी तरह सीबीआइ अधिकारी बनकर उस फिल्म में बैंक की डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था. उसी की तर्ज पर इस घटना को भी अंजाम दिया गया है. इसको लेकर पुलिस का अनुसंधान में सारी बातें साफ हो सकेगी.