जमशेदपुर : जमशेदपुर के डिमना चौक स्थित पुष्पांजलि अपार्टमेंट निवासी राहुल श्रीवास्तव 1 अगस्त से गायब था. उसका पता नहीं चल पा रहा था. उसकी मां कंचन श्रीवास्तव काफी परेशान थी. राहुल ओला कार चलाता था. उसकी मां परेशान थी. उसकी मां की परेशानी को जानकर भाजपा नेता विकास सिंह भी मां से मिलने पहुंचे थे और उनकी मदद से पुलिस ने तफ्तीश शुरू की थी. पुलिस को तफ्तीश में काफी सफलता मिली है. बताया जाता है कि उसकी पहले ही दिन हत्या कर दी गयी थी. उसको जानने वाले कुछ लड़कों के साथ ही मिलकर इस हत्याकांड को कुछ अन्य लड़कों ने अंजाम दे दिया था. (नीचे पूरी खबर देखें)
पुलिस ने हत्या में शामिल दो से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये लोगों में देवघर के जसीडीह थाना क्षेत्र के स्थायी निवासी और यहां सरायकेला-खरसावां जिले के आरआइटी थाना क्षेत्र के गम्हरिया मीरूडीह निवासी 22 वर्षीय सुधीर कुमार शर्मा और पूर्वी सिंहभूम के गालूडीह के स्थायी निवासी और स्थानीय तौर पर आरआइटी के रहने वाले रवींद्र महतो शामिल है. पुलिस ने उनके पास से राहुल श्रीवास्तव के शव का कंकाल बरामद किया है. इसके अलावा रेडमी मोबाइल और एक टाटा जेस्ट कार जेएच01सीटी-3984 भी बरामद किया है. (नीचे पूरी खबर देखें)
इन लोगों ने पूछताछ में बताया है कि उन लोगों ने अपहृत युवक राहुल श्रीवास्तव की पूर्व निर्धारित योजना के तहत चांडिल डैम से ले जाकर पास स्थित पहाड़ी पर पत्थर से उसके सिर को कूचल कर हत्या कर दी और उसके शव को उसी जगह छोड़कर वे लोग उसके मोबाइल और उसकी कार अपने साथ लेकर घर चले गये. दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने चांडिल डैम स्थित पहाड़ी से कंकाल शव बरामद किया गया है.आपको बता दें कि मानगो डिमना चौक के समीप पुष्पांजलि अपार्टमेंट के रहने वाला युवक राहुल श्रीवास्तव पिछले 1 अगस्त से अपने घर से लापता था. (नीचे पूरी खबर देखें)
राहुल श्रीवास्तव की मां कंचन श्रीवास्तव ने भाजपा नेता विकास सिंह को बुलाकर अपनी व्यथा सुनाई थी. कंचन श्रीवास्तव ने विकास सिंह को बताया था कि 1 अगस्त से उनका 28 वर्षीय बेटा घर से लापता है. उन्होंने बताया कि राहुल श्रीवास्तव ओला में गाड़ी चलाया करता था. 1 अगस्त को अपनी मां को बताया कि मुझे ओला से चांडिल जाने का ऑर्डर मिला है, मैं चांडिल जा रहा हूं. दोपहर 3:00 बजे जब राहुल की मां ने राहुल को फोन किया तो उसका दोनों मोबाइल स्विच ऑफ बताया. राहुल की मां को लगा कि उसका मोबाइल का बैटरी डाउन हो गया होगा इसलिए रात भर इंतजार की और सुबह 2 अगस्त को एमजीएम थाने में जाकर अपने बेटे की गुमशुदगी की बात बताई. उन्होंने बताया कि राहुल के पिता मुंबई में नौकरी करते हैं. छोटा भाई भी बाहर रहता है. राहुल के परिजन पुलिस अधीक्षक से भी मिलकर अपनी परेशानी और बेटे की गुमशुदगी की बात बताई थी. लगभग दो महीने बीत जाने के बाद आज तक राहुल का पता नहीं चल पाया. राहुल की मां कुछ कहने से पहले रो पड़ती है, राहुल की मां कंचन श्रीवास्तव ने बताया कि हर दरवाजे में जाकर बेटे की गुमशुदगी की बात बताई मंदिरों में भी जा कर पूजा की, लेकिन मेरा बेटा का पता नहीं चला.