जमशेदपुर : जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में अभी रेप का मामला सुलझा ही नहीं था कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के विधानसभा क्षेत्र और गृह जिले में एक और सनसनीखेज घटना एमजीएम अस्पताल में सामने आ गया है. मानगो पोस्ट ऑफिस रोड स्थित गौड़ बस्ती निवासी एक महिला के पास से मानगो पुलिस ने एक नवजात को बरामद किया है. पुलिस ने महिला से पूछताछ करने के बाद चाइल्ड लाइन को इसकी सूचना दी. सूचना पाकर चाइल्ड चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की मानगो थाना पहुंची और नवजात को अपने कब्जे में लेकर सोनारी स्थित अडोप्शन सेंटर भेजवा दिया, जहां नवजात बच्चे की देखभाल की जा रही है. इस संबंध में मानगो थाना प्रभारी मिथलेश कुमार ने बताया कि उन्हे सुबह गौड़ बस्ती वालों ने फोन कर जानकारी दी कि एक महिला के पास एक नवजात बच्ची है जिसे उसे किसी औऱ ने दिया है. पुलिस ने महिला को नवजात के साथ थाना बुलाया. पूछताछ में महिला ने पुलिस को बताया कि इसे उसकी एक रिश्तेदार अपर्णा, जो कि एमजीएम अस्पताल में अटेंडर का काम करती है, ने नवजात को सौंपा था. नवजात कुछ दिनों पहले एमजीएम अस्पताल के पीछे से मिला था. हालांकि, उसने पुलिस को बताया कि नवजात के लिए उसके रिश्तेदार ने रुपये नहीं लिए है. फिलहाल पुलिस जांच कर रही है कि नवजात किसकी है. वैसे क्षेत्र के लोगों ने बताया है कि पारिवारिक लोगों ने ही जानकारी दी कि किसी के बच्ची को खरीद-बिक्री कर अस्पताल की अटेंडर लेकर आ गयी है, जिसके बदले उसकी मां को पैसे भी दिये गये है. बेटी होने पर उक्त बच्ची को मां ने बेच दिया था. हालांकि, पुलिस इस मामले में फूंक-फूंककर कदम रख रही है.
बच्चा चोरी का इससे पहले भी हो चुका है मामला
बच्चा चोरी होने का मामला यह पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले भी दो से तीन घटनाएं ऐसी हो चुकी है, जिसमें बच्चे की चोरी करने या गायब करने या खरीद फरोख्त की वारदात हो चुकी है. काफी कड़ाई के बावजूद इस तरह की घटनाओं को रोका नहीं जा सका है. इस कारण यह मामला और तूल पकड़ सकता है. हालांकि, अब तक अस्पताल प्रबंधन कुछ कहने को तैयार नहीं है.