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jamshedpur-court-crimes-देवघर की घटना ने याद दिला दी जमशेदपुर कोर्ट में हुए अपराधों को, जमशेदपुर कोर्ट में हो चुकी है हत्या-फायरिंग, जानलेवा हमला, देखे जमशेदपुर में हुई वारदात, पुलिस को फिर से सचेत रहने की जरूरत-एक रिपोर्ट

राशिफल

जमशेदपुर : झारखंड के देवघर कोर्ट में कैदी की हुई हत्या की घटना ने जमशेदपुर कोर्ट में हुई हत्याओं और गोलीकांड की यादों को ताजा कर दिया है. इस घटना ने एक बार फिर से प्रशासन और पुलिस को सुरक्षा बंदोबस्त को दुरुस्त करने के लिए सोचने पर मजबूर कर दिया है. देवघर की घटना के बाद जमशेदपुर कोर्ट की सुरक्षा को लेकर व्यवस्था पर चर्चा होने लगी है. वैसे समय समय पर वरीय अधिकारी खुद कोर्ट में मुआयना करते रहे है और सुरक्षा का जायजा लेते रहे है, लेकिन व्यवस्था को फिर से दुरुस्त करने पर जोर है. (नीचे पढ़े कैसे कैसे हुई है हत्याएं और फायरिंग जमशेदपुर कोर्ट में)

कुख्यात अखिलेश सिंह.

केस 1-रवि चौरसिया पर अखिलेश सिंह ने किया था कोर्ट में हमला
जमशेदपुर कोर्ट में साकची निवासी रवि चौरसिया और कुख्यात अपराधी अखिलेश सिंह की वर्ष 2005 में कोर्ट में पेशी हो रही थी. अखिलेश सिंह ने रवि चौरसिया को किसी मामले में गवाही देने से मना कर दिया था. इस बात को लेकर ही वहीं कहा सुनी हो गयी, जिसके बाद अखिलेश सिंह ने हथकड़ी पहने हुए ही रवि चौरसिया पर हमला कर दिया था. (नीचे पढ़े कैसे कैसे हुई है हत्याएं और फायरिंग जमशेदपुर कोर्ट में)

अखिलेश सिंह पर हमला करने की घटना के वक्त पकड़ा गया हमलावर.

केस 2-अखिलेश सिंह पर हुआ था जानलेवा हमला
जमशेदपुर कोर्ट में कुख्यात अपराधी अखिलेश सिंह की 14 मई 2014 को पेशी हुई थी. जेल में बंद रहते हुए अखिलेश सिंह को पेशी के लिए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपकनाथ तिवारी की अदालत में लाया गया था. सुनवाई के बाद वह कोर्ट से बाहर निकलते ही सीतारामडेरा निवासी रमण खलको ने उसको रोका और बातचीत करने लगी. सरबजीत सिंह ने उस पर सीढ़ी के मोड़ पर ही फायरिंग कर दी, लेकिन गोली नहीं चली. सरबजीत सिंह भागने लगा. उसका साथी भी भागने लगा. दोनों को अखिलेश संिह के समर्थकों ने धर दबोचा और सरबजीत सिंह और हरविंदर सिंह उर्फ हनी सिंह को कोर्ट परिसर में ही पीटकर अधमरा कर दिया था. (नीचे पढ़े कैसे कैसे हुई है हत्याएं और फायरिंग जमशेदपुर कोर्ट में)

स्वर्गीय उपेंद्र सिंह, जिनकी जमशेदपुर कोर्ट में की गयी हत्या.

केस 3-जमशेदपुर कोर्ट में उपेंद्र सिंह की हुई थी हत्या
जमशेदपुर कोर्ट के बार एसोसिएशन भवन के दूसरे मंजिल पर 30 नवंबर 2016 को बागबेड़ा निवासी ट्रांस्पोर्टर सह झामुमो नेता उपेंद्र सिंह की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. उसके जवाब में उपेंद्र सिंह के समर्थकों ने भी फायरिंग कर दी थी. मौके पर भीड़ ने दो शूटरों को पकड़ लिया था. अन्य आरोपी फरार हो गया था. यह हत्या जेल में बंद अखिलेश सिंह द्वारा अपने शूटर हरीश सिंह द्वारा कराये जाने का मामला सामने आया था. इसको लेकर एफआइआर भी दायर किया गया है. (नीचे पढ़े कैसे कैसे हुई है हत्याएं और फायरिंग जमशेदपुर कोर्ट में)

कुख्यात शूटर हरीश सिंह.

केस 4-कुख्यात अखिलेश का शूटर हरीश सिंह भेष बदलकर कोर्ट में पेश होकर भाग निकला था
जमशेदपुर कोर्ट में हुई हत्याओं के बीच काफी सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी. लेकिन इसमें भी अपराधियों ने पुलिस को चकमा दे दिया था. गैंगस्टर अखिलेश सिंह का गुर्गा हरीश सिंह, जिसको पुलिस काफी खोज रही थी. वहीं हरीश सिंह 5 मार्च 2021 को अदालत परिसर में प्रवेश कर गया. भेष बदलकर कोर्ट में घुसा, कोर्ट में आराम से रहा और फिर अपनी हाजिरी लगाकर वहां से भाग निकला.

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