जमशेदपुर : जमशेदपुर के कारोबारी और वेश्यावृति मामले में जेल में बंद राजेश मंगोतिया उर्फ लड्डू मंगोतिया बुरी तरह फंस गये है. बिष्टुपुर के होटल अलकोर में हुए वेश्यावृति कांड में पहले से ही वह जेल में बंद थे. ऊपर से पुराने एक धोखाधड़ी के मामले में भी अब वे फंस चुके है. वे इतने दिनों से उपरोक्त मामले को पैसे के दम पर दबाकर बैठे थे, लेकिन जब जेल गये तो शिकायतकर्ता ने दबाव बनाया तो उस मामले में भी उनको प्रोडक्शन कराया गया, जिसके बाद मंगलवार को धोखाधड़ी के उपरोक्त मामले में जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. जिला जज की अदालत में लड्डू मंगोतिया के मामले की सुनवाई हुई, जिसके बाद उसकी जमानत अर्जी को खारिज कर दी गयी. इससे पहले मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत ने पहले ही इसकी याचिका को खारिज कर दी थी. इस मामले में प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी एसआर तिग्गा की अदालत ने पिछले दिनों ही प्रोडक्शन वारंट जारी किया था, जिसके बाद उनकी पेशी हुई थी. अब इस मामले में उनके भाई मिंटू मंगोतिया की भी मुश्किलें बढ़ रही है. उनके भाई मिंटू मंगोतिया को भी जेल जाना पड़ सकता है. जुगसलाई पुलिस ने लड्डू मंगोतिया के खिलाफ जुगसलाई थाने में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में प्रोडक्शन वारंट निर्गत कराया था. प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी एसआर तिग्गा की अदालत ने यह प्रोडक्शन वारंट निर्गत किया था. उसकी पेशी 28 मई को हुई थी. हरियाणा के हजारी सिंह मलिक प्रजापति ने लड्डू मंगोतिया और उसके भाई मिंटू मंगोतिया के खिलाफ 8 अक्टूबर 2015 को जुगसलाई थाने में करोड़ों की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी और महज चार्जशीट कोर्ट में दायर करने के बाद मामले का अनुसंधान ही बंद कर दिया था और कोई कार्रवाई तक नहीं की थी. बिष्टुपुर स्थित होटल अलकोर में लड्डू मंगोतिया का नाम आने के बाद शिकायतकर्ता श्री प्रजापति फिर से जमशेदपुर में न्याय के लिए अपना दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद से यह कार्रवाई शुरू की गयी. उन्होंने लड्डू मंगोतिया और उसके भाई मिंटू मंगोतिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एसएसपी को पत्र लिखा था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गयी. दूसरी ओर, लड्डू मंगोतिया का भाई मिंटू मंगोतिया अब भी इस मामले में जेल से बाहर है, जिस पर शिकंजा कसने की तैयारी की गयी है.