जमशेदपुर : जमशेदपुर के जुगसलाई की दो सगी बहनों के साथ बलात्कर के मामले में अब तक पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं की है. इन दोनों बहनों का पुलिस की अभिरक्षा में परसुडीह स्थित सदर अस्पताल में मेडिकल टेस्ट कराया गया. इस मेडिकल टेस्ट की प्रारंभिक रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हुई है. इन दोनों लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ है या नहीं, इसकी फाइनल रिपोर्ट अभी पुलिस के पास आना बाकि है. दूसरी ओर, जमशेदपुर के बाल कल्याण समिति (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) की अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की, सदस्य आलोक भाष्कर, रंजीत प्रसाद सिन्हा और पिंटू रजक ने संयुक्त रुप से पूरे मामले में कार्रवाई को सुनिश्चित कराया.
इस दौरान सारे लोगों की मौजूदगी बनी रही. दोनों सगी बहनों को उनके परिजनों के पास भेज दिया गया. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. हालांकि, अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. वैसे रविवार की देर रात तक यह कहा जा रहा था कि चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के लोगों के पास आरोपी भी है, लेकिन यह गलत साबित हुआ है और आरोपी अब तक फरार बताया जा रहा है. आपको बता दें कि जमशेदपुर के जुगसलाई की रहने वाली दो सगी बहनों के साथ उसके पिता के दोस्त ने ही करीब दो महीनों से ही यौन शोषण कर रहा है. इस मामले का खुलासा रविवार को परिजनों ने किया तो चाइल्ड लाइन की टीम सक्रिय हुई और मामले में एक एफआईआर बिष्टुपुर थाना में दायर कराकर आरोपी को गिरफ्तार करने का दबाव बनाया. जुगसलाई की रहने वाली इन लड़कियों में से एक 13 साल की हैं तो दूसरी 15 साल की लड़की है. आरोपी युवक करीब 30 साल का रायरंगपुर ओड़िसा का रहने वाला राजेश शर्मा है जो लड़कियों के पिता का दोस्त है. इस मामले को लेकर लड़की की मौसी ने एफआईआर दायर किया है जिसमे बताया है कि अंतिम बार बिष्टुपुर थानाक्षेत्र स्थित राजस्थान भवन में लड़कियों के साथ उक्त लड़के ने बलात्कार किया है जबकि रायरंगपुर और हल्दिया में भी ले जाकर लड़कियों का शारीरिक शोषण किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार, लकड़ियों के पिता ने अपने ही दोस्त को लड़कियों को पढ़ाने के लिए रायरंगपुर ले जाने दिया था, जिसके बाद उसके दोस्त ने उन लड़कियों के साथ रायरंगपुर ले जाकर यौन शोषण किया और हल्दिया में अपने रिश्तेदारों के घर ले जाकर भी लड़कियों को स्कूल में एडमिशन कराने के नाम पर ले गया और वहां भी उनके साथ बलात्कार किया.