jamshedpur-crime-new-gang-जमशेदपुर में चल रहा “गैंग लैंड” व्हाट्सएप ग्रुप, नाबालिगों को ग्रुप का सदस्य बना करवाते है अपराध, कदमा में तैयार की जा रही अपराधियों की नयी पौध

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जमशेदपुर : जमशेदपुर में एक ओर जहां पुलिस खुद को हाईटेक कर रही है वहीं अब अपराधी भी खुद को हाईटेक करते नजर आ रहे है. इन दिनों कदमा क्षेत्र में अपराधियों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर नाबालिगों को ग्रुप से जोड़कर उनसे अपराध कराने का काम किया जा रहा है. इन नाबालिगों को नशा को आदि बना दिया जा रहा है. नशे के आदि बनाने के बाद इनसे छोटे छोटे अपराध कराए जा रहे है. आने वाले दिनों में यही नाबालिग बड़े अपराध को अंजाम देने में पीछे नहीं हटेंगे. ये खुलासे भानु मांझी ने पुलिस के समक्ष पुछताछ में किए है. इस ग्रुप को अविनाश उपाध्याय चला रहा था जिसे पुलिस ने बीते दिनों जेल भेज दिया. अविनाश ने पुछताछ में औऱ भी खुलासे किए है. फिलहाल कदमा पुलिस भानु माझी को रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी. पुलिस ने न्यायालय में रिमांड की अर्जी डाल दी है.

गणेश प्रधान उर्फ डोडा, भानु माझी और अविनाश उपाध्याय थे ग्रुप के एडमिन
इस ग्रुप को अविनाश उपाध्याय चला रहा था. जिसमें गणेश प्रधान और भानु माझी एडमिन थे. ये सभी इलाके के नाबालिगों को ग्रुप में जोड़कर उनसे छोटे-मोटे घटना को अंजाम दिलवाते थे. जहां कहीं भी लड़ाई होती थी भानु ग्रुप के नाबालिगों को वहां भेज दिया करता था. यह सारा खेल ग्रुप में ही मैसेज के माध्यम से होता था. इन्हे गणेश औऱ भानु ही आदेश देते थे. जांच में यह बात भी सामने आई है कि ग्रुप में बच्चों को नशे के लिए नशा का सामान भी उपलब्ध करवाया जाता था. वे नशे के आदि हो गए थे. उनके पास नशा करने के लिए रुपये नहीं होते थे तो वे अपराध करने को राजी हो जाते थे.

बचपन में भानु ने लालटू महतो को फोड़ा था सर, बाल सुधार गृह से छुटने के बाद से ही बड़ा अपराधी बनने की थी ख्वाहिश
बचपन में भानु माझी ने पिता को परेशान करने वाले लालटू महतो का सिर फोड़ दिया था. इसके बाद उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया था. वहां के छुटने के बाद से ही भानु जमशेदपुर में बड़ा अपराधी बनने का सपना देखने लगा था. इसी को सच करने के लिए उसने अविनाश से “गैंग लैंड” नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बनवाया औऱ उसने इलाके के नाबालिगों को सदस्य बनाने लगे. भानु को उसके पिता शंकर माझी, जेल में बंद राजीव राम के अलावा कई लोगों का साथ मिला. उसका गिरोह का मकसद अपराध करना, रंगदारी मांगना और इलाके में दहशत फैलाना था. उसने अपने विरोधियों से बदला लेने के लिए भी ग्रुप बनाया था.

डिलिट कर दिया था ग्रुप का चैट
इस मामले में जब पुलिस ने अविनाश को गिरफ्तार किया था तब अविनाश ने मोबाइल से सारी चैट डिलिट कर दी थी. हालांकि पुलिस ने ग्रुप में जुड़े लोगों की जानकारी निकाल ली थी और उन्हे पकड़ने की भी तैयारी की जा रही है.

क्या कहती है पुलिस
“पूछताछ में गैंग लैंड ग्रुप का नाम सामने आया था, ग्रुप से जुड़े सदस्यों की तलाश जारी है. जल्द ही सभी की गिरफ्तारी की जाएगी”. -रंजीत कुमार, थाना प्रभारी, कदमा

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