जमशेदपुर : झारखंड राज्य बिजली बोर्ड या वितरण निगम घोटालों का विभाग की पहचान बना चुका है. इस कड़ी में एक और मामला सामने आया है. बिजली विभाग के लिए बिल का कलेक्शन करने वाली ठेका कंपनी सिफियास का कर्मचारी लोगों का बिजली बिल का कलेक्शन करने के बाद उसको जमा कराये बगैर और बिना बिल भुगतान का रशीद दिये हुए पैसे लेकर चंपत हो गये है. अब लोगों की बिजली कटने की नौबत आ चुकी है. करीब 15 से अधिक लोगों के नाम सामने आये है, जिन लोगों ने बिजली बिल का भुगतान किया है और उक्त कर्मचारी ने बिल भुगतान की रशीद नहीं दी है और पैसे लेकर दस दिनों से भाग गया है. बिल देने के बाद रशीद नहीं मिलने की शिकायत लेकर जब बिजली विभाग के एसडीओ और जेई से लोगों ने मुलाकात की तो पाया कि वह व्यक्ति भाग चुका है और वह गोविंदपुर के भोला बगान के ही रहने वाला कुंदन तिवारी है, जो दस दिनों से पैसे लेकर ही चला गया है और वह कर्मचारी बोर्ड का नहीं है. बोर्ड के लोग इस मामले से पल्ला झाड़ रहे है. इस संबंध में गोविंदपुर थाना में छोटागोविंदपुर के भोला बगान दयाल बाग निवासी नित्यानंद चौधरी ने एक एफआइआर दायर करा दिया है, जिसमें 15 लोगों की सूची दी गयी है, जिनका पैसा दे दिया गया है और रशीद नहीं दिया गया है. नित्यानंद चौधरी अकेले 6500 रुपये दिये है, जिनका पैसा लेकर उक्त व्यक्ति भाग चला है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.