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Jamshedpur-hotel-alcor-issue-जमशेदपुर के होटल अलकोर मामले की अभी और होगी जांच, जाने के पहले एसएसपी जमशेदपुर ने क्या कहा सुनिये, उद्यमियों व व्यवसायियों ने होटल अलकोर के मालिक के लिए बहाया आंसू, सत्ताधारी झामुमो ने कहा-समर्थकों पर भी कार्रवाई करें पुलिस

राशिफल

जमशेदपुर : जमशेदपुर के होटल अलकोर में हुई वेश्यावृति के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. जमशेदपुर के एसएसपी अनूप बिरथरे ने इस मामले को खुद से देखा और इसके सारे दोषियों को जेल भेज दिया. इस मामले की जांच अभी भी जारी रहेगी. जमशेदपुर से तबादला होने के पहले एसएसपी अनूप बिरथरे ने यह साफ कर दिया कि इस मामले की अभी जांच जारी रहेगी और जो भी लोग इसमें शामिल है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

दूसरी ओर, कई सारे व्यापारिक व अन्य संगठनों ने होटल अलकोर के मालिक की गिरफ्तारी का विरोध किया है. जमशेदपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स, जमशेदपुर होटल व रेस्टोरेंट एसोसिएशन और बिल्डर्स एसोसिएशन ने इसकी तीव्र निंदा की है. इन तीनों ने होटल अलकोर के मालिक पर हुई कार्रवाई का विरोध किया है और एक जैसा जारी किये गये अलग-अलग प्रेस रिलीज में कहा गया है ‘’ जमशेदपुर शहर के प्रतिष्ठित उद्योगपति सह अलकोर होटल के मालिक राजीव दुग्गल के साथ हुए घटनाक्रम को विल्डर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने गंभीरता से लिया है।

जिस प्रकार राजीव दुग्गल को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया उससे स्थानीय उद्यमियों एवं व्यापार जगत में रोष एवं चिंता का वातावरण बना हुआ है। अलकोर होटल में जो भी घटना घटी हो वह जाँच का विषय है, अगर होटल में कुछ गलत हुआ भी है तो उसके लिए मालिक को जेल भेज देना न्याय संगत नहीं है। किसी भी प्रतिष्ठान में सैकड़ों कर्मचारी काम करते हैं जिनकी सारी जानकारी मालिक को होना अनिवार्य नहीं है। अगर प्रतिष्ठान में कार्यरत कर्मचारियों की गलतियों के लिए मालिक को सीधे दोषी ठहराया जाने लगा तो किसी भी व्यापारी/उद्यमी या विल्डर के लिए व्यापार चलाना मुश्किल होगा। दुग्गल जैसे प्रतिष्ठित उधमी को जेल भेजने के पहले उनके पिछले रिकॉर्ड पर भी ध्यान देना चाहिए था।

वे एक साफ-सुथरे छवि के शालीन व्यक्ति है तथा कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी गिरफ्तारी किसी साजिश के तरह की गई है जिसमें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का एक चैनल भी संदेह के घेरे में है। उक्त घटनाक्रम से जमशेदपुर औद्योगिक नगर के उद्यमियों में निराशा एवं भय का संचार हुआ है, जिसका प्रभाव इस क्षेत्र के औद्योगिक एवं आर्थिक विकास पर पड़ेगा। बिल्डर्स एसोसिएसन राज्य के डी जी पी एवं माननीय मुख्यमंत्री जी से आग्रह करती है कि राजीव दुग्गल जी को अविल्मब रिहा कर मामले के साजिश कर्ताओं पर न्याय संगत कारवाई करें। बी ए आई के सदस्य लॉकडाउन के बाद माननीय मुख्यमंत्री से मिलकर व्यक्तिगत रूप से इस मुद्दे को उनके समक्ष रखेंगें। बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शिबू बर्मन, जमशेदपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के संरक्षक मोहनलाल अग्रवाल व जमशेदपुर होंटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के सचिव रणदीप सिंह ने अलग-अलग प्रेस रिलीज जारी कर विरोध जताया है.

क्या है झामुमो का कहना है :

झामुमो केंद्रीय समिति के महासचिव सह केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि विगत रविवार 26 अप्रैल 2020 को जमशेदपुर के एक बड़े होटल दी अल्कोर होटल में लंबे समय से चल रहे अनैतिक देह व्यापार, अय्याशी, जुआ खेलने एवं शराब पीने की कवायद का भंडाफोड़ हुआ। जिसमें होटल मालिक सहित जमशेदपुर शहर के बड़े-बड़े धन कुबेरों एवं अनैतिक कार्यों में सम्मिलित पेशेवर लड़की की भी गिरफ्तारी हुई। इस तरह के जघन्य अपराध में सम्मिलित लोगों को विभिन्न आपराधिक धाराओं में जेल तो भेज गया लेकिन यह अभी भी अपर्याप्त सा लगता है। समाज के इन तथाकथित रसूखदार लोगों पर सामान्य आपराधिक धाराएं काफी नहीं होती हैं। इन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत आपराधिक मामले दर्ज होने चाहिए। सम्पूर्ण घटनाक्रम चूकी बहुत हाई-प्रोफाइल लोगों से संबंधित है, उसमे यह जरूरी होता है कि अविलम्ब स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम एसआइटी का गठन किया जाय एवं इनको समर्थन देने वाले तत्वों एवं शक्तियों की भी पहचान कर उन्हें दंडित किया जाय। गिरफ्तार सभी लोग साधारण परिवार से नहीं आते हैं। उनके संरक्षण के लिए कई और लोग भी होते हैं, उनकी भी पहचान उजागर होनी चाहिए। पुलिस प्रशासन के तत्परता एवं स्थानीय मीडिया के सक्रियता के कारण यह मामला उजागर हो पाया। न जाने जमशेदपुर सहित राज्य के कई शहरों के बड़े-बड़े होटलों में क्या क्या गतिविधियां होती हैं, उसकी भी जांच होनी चाहिए।

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