जमशेदपुर : एक ओर कोरोना वायरस से हर कोई सहमा हुआ है. लोग परेशान है. हर कोई सहमा हुआ है. प्रशासन परेशान है कि कैसे सामाजिक दूरियों को बनाया जाये, लेकिन इसका लाभ भी उठाने में कई काला कारोबारी लगे हुए है. इस कड़ी में पहले बर्मामाइंस और जुगसलाई में पुलिस और प्रशासन ने सख्ती लाकर अवैध सैनिटाइजर और हैंडवाश बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था तो आयुर्वेद के नाम पर भी धोखाधड़ी करने का खुलासा हुआ है. सोनारी थाना प्रभारी नरेश प्रसाद सिन्हा ने अपने दल बल के साथ सोनारी थाना क्षेत्र के सरदार अखाड़ा (एरोड्राम से कागलनगर जाने वाले मेन रोड पर) के पास छापामारी की.
इस छापामारी में पुलिस ने गौमूत्र के नाम पर आयुर्वेदिक सामानों को बनाने का खुलासा किया है. वहां मकान को भाड़े में लेकर अवैध तरीके से आयर्वेदिक सामानों को बनाया जा रहा था. गौमूत्र को भी बनाया जा रहा था. कोरोना वायरस को लेकर यह कहा जा रहा है कि गौमूत्र पीने से किसी तरह का नुकसान नहीं हो रहा है, ऐसे में पब्लिक का डिमांड काफी ज्यादा हो रहा है, जिसको देखते हुए डुप्लीकेट गौमूत्र बनाया जा रहा था.
सोनारी पुलिस को इसकी सूचना मिली थी कि वहां से अवैध तरीके से कुछ बन रहा है, जिससे काफी दुर्गंध आ रहा है. ऐसे में इसको रोका जाये, जिसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है. पुलिस ने पूरे फैक्ट्री को सील कर दिया है. पुलिस की ओर से अभी एसडीओ से संपर्क किया गया है, जिसके बाद पूरे मसले की जांच होगी, जिसके बाद साफ हो पायेगा कि वहां क्या खेल चल रहा था. फिलहाल, अवैध फैक्ट्री को सील कर दिया गया है.
अवैध सैनिटाइजर और हैंडवाश बनाने वाली कंपनी का भी हो चुका है खुलासा
जमशेदपुर के बर्मामाइंस और जुगसलााई क्षेत्र में पिछले दिनों एसडीओ चंदन कुमार के नेतृत्व में छापामारी की गयी थी. इस छापामारी में नकली हैंडवाश और सैनिटाइजर बनाने वाली कंपनी का भंडोफोड़ किया था. वहां से बड़े पैमाने पर कारोबारी चीजों को बरामद किया गया था. वहां किसी तरह का लाइसेंस नहीं था और रंगीन पानी को किसी तरह सैनिटाइजर का रुप देकर बाजार में बेजा जा रहा था. इसके अलावा हैंडवाश में साबुन पानी मिलाकर बेचा जा रहा था. इसकी पैकेजिंग और निर्माण दोनों एक साथ चल रहा था, जिसको पुलिस के सहयोग से एसडीओ ने पकड़ा था.