जमशेदपुर : जमशेदपुर के टेल्को थाना अंतर्गत मदर टेरसा वेलफेयर ट्रस्ट संचालक हरपाल सिंह और उनकी पत्नी सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की पर यौन शोषण का आरोप लगने के बाद से सभी फरार है. इधर एनसीपीसीआर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जिले के उपायुक्त को जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. इधर उपायुक्त के निर्देश पर एनईपी की डायरेक्टर ज्योत्सना सिंह के नेतृत्व में 11 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. इस टीम में टेल्को पुलिस के अलावा प्रशासन के पदाधिकारी भी शामिल है. गुरुवार दोपहर 3 बजे टीम जांच करने ट्रस्ट में पहुंची. इस दौरान टीम ने आस पास के लोगों पर बच्चों से पूछताछ की. जांच में यह बात सामने आई कि साल 2014 में पुष्पा रानी तिर्की ने शमशेर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 604 में एक स्कूल खोला जिसमे वह बच्चों को पढ़ाने का काम करने लगी. धीरे धीरे उसने फ्लैट नंबर 104 में भी बच्चों को रखना शुरू किया. जब वह सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष बनी तो उसने फ्लैट में कब्जा करना शुरू किया. उसने ग्राउंड फ्लोर में दबंगई दिखाकर एक कमरा बनवा दिया. ट्रस्ट में रखे बच्चे हर जगह गंदगी करते थे. इसके लिए उसके पुष्पा रानी तिर्की से शिकायत भी की पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. बाद में बच्चों कहीं और शिफ्ट करने की बात आई तो बच्चों को ऊपर से नीचे शिफ्ट कर दिया गया. इधर बच्चों को भेड़ बकरियों जैसे रखा जाता था. एक ही फ्लैट में कई बच्चे रहते थे. फ्लैट का मेंटेनेंस भी है दिया जाता था जिस कारण लिफ्ट भी बंद है. बच्चों को सजा देने के लिए महीनों तक ऊपर के कमरे में बंद कर रखा जाता था. बच्चों को खाना नही दिया जाता था तो वे लोग पड़ोसी से खाना और कपड़ा मांगते थे. पुष्पा रानी तिर्की सभी को इस बात पर डराती थी कि वह बच्ची का इस्तेमाल कर छेड़खानी का मामला दर्ज करवा देती थी. स्थानीय लोगों ने टीम को यह भी बताया कि पुष्पा रानी तिर्की थाना में पैठ बनाकर रखी हुई थी इसलिए कोई भी इसकी शिकायत नहीं करता था. टीम द्वारा जांच कर उपायुक्त के रिपोर्ट सौंपी जाएगी. इधर पुलिस भी लगातार आरोपियों की तलाश कर रही है. बता दे कि बीते दिनों ट्रस्ट में रहने वाली दो नाबालिग फरार हो गई थी. उन्होंने खुलासा किया था कि ट्रस्ट के नाम पर हरपाल सिंह पैसे की उगाही करता है और बच्चों का यौन शोषण करता है.
jamshedpur-mother-teresa-trust-case-टेल्को के मदर टेरेसा ट्रस्ट की जांच करने पहुंची 11 सदस्यीय जांच दल, बच्चों पर ढाता था हरपाल सिंह सितम, बच्चों को महीनों तक कमरे में बंद कर देता था संचालक
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