जमशेदपुर : जमशेदपुर के जुगसलाई थाना अंतर्गत रेलवे ट्रैक पर देवघर जिले के पालाजोरी प्रखंड विकास पदाधिकारी का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गयी. बताया जाता है कि बीडीओ नागेंद्र तिवारी पिछले एक महीने से छुट्टी पर जमशेदपुर आए थे. वहीं घटना के पीछे परिजनों ने हत्या की आशंका जतायी है. बताया जा रहा है कि बीडीओ अधिकारी और स्थानीय मुखिया दाऊद आलम की प्रताड़ना से भयभीत थे. एक परिजन ऑडियो रिकॉर्डिंग का दावा करते हुए बताते हैं कि दिवंगत बीडीओ को अधिकारी गंदी-गंदी गालियां दिया करते थे जबकि अन्य परिजन का कहना है कि स्थानीय मुखिया दाऊद आलम ने उन्हें जान से मारने का धमकी दिया था, जिसके बाद वे अनलॉक-1 शुरू होते ही यहां आ गए थे और पिछले एक महीना से यही रह रहे थे.
परिजनों ने बताया कि रविवार को अपने एक छात्र के साथ कहीं निकले थे और काफी देर बाद भी नहीं लौटने पर इसकी सूचना साकची थाना पुलिस को दी गई थी. वही रविवार देर रात साकची थाना पुलिस ने उन्हें जुगसलाई रेलवे ट्रैक से एक बॉडी मिलने की जानकारी दी गई. जिसकी पहचान करने पर पाया गया कि बीडीओ की ही बॉडी है. वहीं घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया. जिले के तमाम प्रशासनिक पदाधिकारी पोस्टमार्टम हाउस में जुटे रहे. वहीं पलाजोरी प्रखंड कार्यालय में भी शोक की लहर दौड़ गयी. वैसे यह हत्या है या आत्महत्या, पुलिस इसकी जांच कर रही है. नागेंद्र तिवारी साकची जेल चौक में रहते थे.
साकची जेल चौक से गरीब बच्चों को अपने खर्च पर कराते थे पढ़ाई
बीडीओ बनने के पहले से नागेंद्र तिवारी शिक्षक के तौर पर काम करते थे. वे जब बीडीओ बन गये तब श्री तिवारी ने साकची जेल चौक के पास रहकर ही गरीब बच्चों को पढ़ाई कराते थे. अपने खर्च से ही वे पढ़ाई कराते थे. इसको लेकर कई बच्चे अब यतीम हो चुके है और अब वे लोग खुद से परेशान हो गये है कि आखिर अब उनको कौन पढ़ाई करेगा.
बालू माफियाओं के खिलाफ लड़ रहा था जंग
देवघर, दुमका समेत कई जिलों में नागेंद्र तिवारी पोस्टेड रहे थे. वे बालू माफियाओं के खिलाफ अभियान चला रहे थे. इसको लेकर बीडीओ रहते हुए निशाने पर थे. परिवार के लोगों ने बताया कि कई बार सरकार को जानकारी दी गयी, लेकिन उनको कोई सुरक्षा नहीं दी गयी. इसके बाद वे एक माह की छुट्टी पर चले गये और शव को रेलवे ट्रैक पर पाया गया. वैसे पुलिस इसको लेकर कोई अधिकारिक बयान नहीं दी है.
जमशेदपुर में भाजपा नेताओं ने कहा-हत्या है, सीबीआइ जांच हो
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने इस मामले को लेकर सवाल उठाये है. जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव और महामंत्री अनिल मोदी के साथ मिलकर उन्होंने एक संक्षिप्त प्रेस कांफ्रेंस की. इस प्रेस कांफ्रेस में कुणाल षाड़ंगी ने साफ तौर पर कहा कि यह हत्या का मामला है. इसकी सीबीआइ जांच होनी चाहिए.