जमशेदपुर : जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित होटल अलकोर सील होगा. मीडिया के लगातार दबाव और कार्रवाई को लेकर उठाये गये सवाल के बीच जमशेदपुर पुलिस और झारखंड सरकार दबाव में आ गयी. पुलिस और सरकार ने मिलकर फिर से जांच शुरू कर दी. शनिवार की रात पुलिस ने सिर्फ औपचारिकता पूरी कर छोड़ दी थी, लेकिन जब मीडिया ने कार्रवाई पर सवाल उठाये तो आनन-फानन में जमशेदपुर के एसएसपी अनूप बिरथरे ने कार्रवाई शुरू की और सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट के नेतृत्व में पूरी टीम ने सीसीटीवी से लेकर तमाम चीजों को जब्त किया.
होटल को सील करने की भी कार्रवाई शुरू कर दी. करीब 20 घंटे के बाद होटल में पहले पकड़े गये व्यापारी लड्डू मंगोतिया समेत तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है और अब उनका मेडिकल जांच की जा रही है. इसके अलावा मेडिकल टीम अब उनको क्वारंटाइन में भी रख सकता है. जमशेदपुर एसएसपी अनूप बिरथरे ने कल बिष्टुपुर स्थित होटल अलकोर से शहर के तीन रईसजादों को मसाज पार्लर से गिरफ्तार किए जाने के बाद. जांच पूरी किए बगैर थाना से ही बेल दिए जाने के मामले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है, कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है. जिसका मॉनिटरिंग सिटी एसपी और डीएसपी कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने होटल प्रबंधन को नियम का उल्लंघन किए जाने की बात कही है. वैसे मामला संदिग्ध इसलिए भी है क्योंकि पुलिस की रेड पढ़ते ही 3 लड़कियों के निकले जाने की बात सामने आ रही है. फिलहाल एसएसपी ने जांच के बाद ही कोई कार्रवाई किए जाने की बात कही है. एक महिला होटल में पकड़ी गयी है.होटल के सारे कमरे की जांच की गयी, जिसमें एक कमरे में एक लड़की बरामद की गयी, जो 23 मार्च से होटल में ही थी.
हालांकि होटल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अंदर सीसीटीवी फुटेज वगैरह की जांच की जा रही है. संभावना जताई जा रही है की होटल को सील कर दिया जाएगा. सवाल ये यह उठता है कि आखिर आम लोगों को लॉक डाउन का उल्लंघन किए जाने के मामले में पुलिस की ओर से जेल भेजा गया है. सोनारी में मिठाई की दुकान और साकची में मेडिकल की दुकान को सोशल डिस्टेंसिंग के आरोप में सील भी किया जा चुका है, तब शनिवार को क्यों नहीं होटल को सील किया गया. होटल में चल रहे स्पा में देह से देह का टकराव होता रहा, लेकिन उसको सील नहीं किया गया, अलबत्ता जमानतीय धारा बनाकर सबको छोड़ दिया गया. होटल मालिक के खिलाफ सिर्फ एक एफआइआर दायर कर छोड़ दिया गया. लेकिन हाई प्रोफाइल मामले में थाने से ही बेल दे दिए जाने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं.