जमशेदपुर : जमशेदपुर में पुलिस की कार्य प्रणाली को लेकर अब पुलिस विभाग की ओर से सर्वे करवाया जाएगा. इसमें किसी तरह की आनियमितता न हो, इसके लिए शहर के एनएसआईबीएम और अरका जैन यूनिवर्सिटी के छात्रों का सहयोग लिया जाएगा. छात्र घर-घर जाकर सर्वे करेंगे. इसकी जानकारी गुरुवार को कोल्हान डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने एक्सएलआरआई समागार में दी. इस दौरान पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला खरसांवा जिले के पुलिस पदाधिकारियों के साथ साथ एनएसआईबीएम और अरका जैन यूनिवर्सिटी के छात्र मौजूद थे. डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि डीजीपी के आदेश के अनुसार पूर्वी सिंहभूम औऱ सरायकेला जिले में पुलिस की कार्य प्रणाली और पुलिस द्वारा लोगों से किये जाने वाले व्यवहार को लेकर सर्वे कराया जाएगा. इससे पुलिस विभाग को अपनी कमियों के बारे में पता चलेगा, जिससे पुलिस अपने आप में कमी को लेकर बदलाव करेगी, ताकि आम लोगों के बीच पुलिस की अच्छी छवि बनी रहे. उन्होंने इस सर्वे में शामिल हो रहे 75 छात्रों को धन्यवाद भी दिया. उन्होंने लोगों से इस सर्वे में छात्रों का सहयोग करने की अपील की.
पुलिस द्वारा सर्वे कराने पर नहीं मिलती सही जानकारी
डीआईजी के अनुसार अगर पुलिस खुद ही इस सर्वे को करती तो आम जनता से सही परिणाम हासिल नहीं हो पता. लोग पुलिस के डर से सवालों के सही जवाब नहीं दे पाते. इसलिए इस काम के लिए छात्रों का चयन किया गया है.
पहले चरण में दोनों जिलों के छह थाना क्षेत्रों में होगा सर्वे
डीआईजी ने बताया कि पहले चरण में दोनों जिलों के छह थानों में सर्वे का काम शुरू किया जाएगा, जिसमें पूर्वी सिंहभूम जिले के मानगो, सिदगोड़ा, परसुडीह और कदमा थाना क्षेत्र शामिल हैं. वहीं सरायकेला-खरसांवा जिले से आदित्यपुर और गम्हरिया थाना क्षेत्र को सर्वे के लिए चुना गया है.
सर्वे रिपोर्ट भेजी जाएगी डीजी कार्यालय
इस सर्वे की रिपोर्ट राज्य के डीजी के पास भेजी जाएगी, जहां रिपोर्ट को एनालाइस करने के बाद विभाग में क्या-क्या बदलाव लाना है, इसके बारे में आदेश जारी किया जाएगा. इस सर्वे में शामिल होने वाले लोगो की जानकारी को गोपनीय रखा जाएगा, अगर इस सर्वे को लेकर आम जनता में कोई भी शंका हो तो वे 9431706531 नंबर पर संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं.
ये रहेंगे सवाल
इसके लिए 20 सवाल तैयार किये गये हैं. जिनके जवाब इनमें से किसी एक का यानी 1. पूर्णत सहमत 2. सहमत 3. शायद/कह नहीं सकते 4. असहमत 5. पूर्णत असहमत. इनमें से किसी एक का चुनाव करना है. जनता हर सवाल का जवाब लिए बाध्य नहीं है. वे अपनी स्वेच्छा से जवाब देंगे.
- आपको शिकायत दर्ज कराने हेतु पुलिस स्टेशन जाने में सहज महसूस होता है?
- आप उस वक्त सहज महसूस करते हैं जब आपको एक काण्ड या घटना में गवाह के रूप में थाने बुलाया जाता है?
- आप अपने आसपास के क्षेत्र में किसी पुलिस कर्मी और पुलिस वाहन को देखकर ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं?
- आपके क्षेत्र में अपराध कर्मियों में इस बात का भय है कि वे पुलिस द्वारा पकड़ लिए जाऐंगे अगर वे कोई अपराध करते हैं?
- पुलिस समाज के अमिर और शक्तिशाली लोगों की तुलना में गरीब तबके के लोगों के साथ बुरा व्यवहार करती है?
- समाज के किसी विशेष वर्ग के प्रति पुलिस का दृष्टिकोण तत्कालीन सरकार के रवैये पर निर्भर करता है?
- अपने परिवार के किसी सदस्य की पुलिस में नौकरी लगने पर आप गौरावान्वित महसूस करेंगे?
- आपको लगता है कि 5-10 साल पहले की तुलना में पुलिस के पास पहले से ज्यादा साधन और संसाधन हैं?
- पुलिस के पास अपराध नियंत्रण और विधि-व्यवस्था साधारण के अपने कर्तव्य के अपने निष्पादन हेतु पर्याप्त व्यक्ति एवं संसाधन हैं?
- पुलिस थानों में छोटे-छोटे अपराध जैसे चोरी, गृहभेदन, पर्स मोबाइल आदि की छिनतई मामलों में थानों में शिकायत दर्ज कराना सहज है?
- आपके क्षेत्र में पुलिस ने छोटे-छोटे अपराध मामलों के नियंत्रण हेतु कारगार कार्रवाई की है?
- पुलिस थाने स्तर के पदाधिकारियों की तुलना में आपकी शिकायत के निवारण हेतु वरीय पुलिस अधिकारियों से ज्यादा आसानी से संपर्क किया जा सकता है?
- पुलिस थाने स्तर के पदाधिकारियों की तुलना में वरीय पदाधिकारियों से संपर्क करने पर निवारण बेहतर तरीके से होता है?
- पुलिस को अपराध की सूचना देने पर जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुंच कर कार्रवाई प्रारंभ कर देती है?
- पुलिस आपके क्षेत्र में अपराध के संबंधित स्थानों पर गश्त लगाती है?
- पुलिस कार्य प्रणाली में प्रचलित भ्रष्टाचार को आप 1-5 तक के स्केल पर कहां आंकते है?
- डायल 100 जैसी पहल अपराध की रिर्पोटिंग को आसान करने से पुलिस अधिक संवेदनशील हुई है?
- यदि आप किसी अपराध की सूचना पुलिस को देंगे तो पुलिस आपकी गोपनीयता भंग कर सकती है?
- आप अपना घर बंद कर बाहर निकलने पर चोरी के डर से सुरक्षित महसूस करते है?
- आप किसी भी डर या भय के बिना देर शाम या रात भी अपने घर से बाहर निकल सकते हैं?