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jamshedpur-rural-बहरागोड़ा में 62 वर्षीय बुजुर्ग को कोरोना का संदेह पर शव को बहा देने वाले परिवार के चार लोगों के खिलाफ एफआइआर, शव के साथ अमानवीय व्यवहार व जांच में बरगालाने का दर्ज हुुआ केस

राशिफल

शव खोजने का फाइल फोटो.

बहरागोड़ा : बासठ वर्षीय कुष्ठ पीड़ित वृद्धा की मौत के बाद शव के साथ अनामवीय व्यवहार करने तथा शव की छानबीन व जांच के क्रम में पुलिस को बरगलाने के मामले में मृतका के गांव के चार लोगों के खिलाफ स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उल्लेखनीय है कि चंचला नायक का गत 19 अप्रैल को देहांत हो गया था. इस मामले में बहरागोड़ा थाना प्रभारी ने बयान देते हुए कहा है कि मोहनपुर की महिला की मौत के बाद कोरोना जांच के लिये सैंपल सरकारी अस्पताल भेजा गया था. रिपोर्ट आने तक शव को घाटशिला शीतगृह में रखवाया गया था. जबकि दिनांक 22 अप्रैल को उक्त महिला का शव दोपहर के करीब लाया गया था. गांव वालो के मुताबिक बताया गया कि महिला कुष्ठ रोग से पीड़ित थी. इसलिए जलाने की जगह दफनाने की बात लोगों द्वारा कही गयी. मृतका की बेटी संध्या नायक जब अपने मामा के साथ मिलकर मुखिया तरुण राजा के पास गयी तो मुखिया ने ठेला मंगवाया और जवाहर लाल, त्रिलोचन नायक, मानु बहरा, पिता भीखा बहरा और खुद मुखिया भी मिलकर काजू बगान रंगमटिया गये. जहां बगान की रखवाली कर रहे आठ-दस लोगों और पुरनापानी मुखिया के पति बिंदु हांसदा के इशारे पर मृतिका को कोरोना से मौत होने की बात बताकर दफनाने नहीं दिया गया.

रात में मिले शव को दफनाते लोग.

जिस पर पाटपुर पंचायत के मुखिया तरुण राणा के बताये अनुसार सबको घर भेज दिया गया और कहा गया कि वे इसे दफना देंगे. इसके बाद जवाहर लाल, त्रिलोचन नायक, मानु बेहरा और पिता भीखा बेहरा द्वारा शव को राजलाबांध स्थित श्मशान घाट ले जाया गया, जहां सुदीप कुमार पटनायक द्वारा शव को जलाने का विरोध किया गया. उसके बाद उन लोगो द्वारा शव को श्मशान के पास कुंआ में फेक दिया गया. उक्त बात की जानकारी जब मुखिया को हुई तो पुलिस द्वारा पकड़े जाने के डर से उन दोनों को शव को निकलवा कर स्वर्णरेखा नदी में फेकवा दिया. इस बात की सूचना मिलने पर मुखिया को बुलाकर अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी, बहरागोड़ा अंचल के साथ रात भर श्मशान घाट स्थित कुआं में शव की तलाशी ली गयी. नहीं मिलने पर पंप मशीन द्वारा कुआं के पानी को निकलवाया गया लेकिन फिर भी कोई शव नहीं मिला. काफी खोजबीन करने के बाद शव दफनाने गये दोनों व्यक्ति जवाहर लाल और मोनु बेहरा को मोहनपुर से पकड़ा गया. पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि पाटपुर पंचायत के मुखिया तरुण राणा के कहने पर शव को कुआं से निकालकर स्वर्णरेखा में फेक दिया गया है. इस मामले में शव के साथ अमानवीय व्यवहार करने, महामारी के दौरान अफवाह फैलाने, और जांच के दौरान पुलिस और लोक सेवक को गुमराह करने के आरोप में जवाहर लाल, मानु बेहरा, तरुण राणा, सुदीप पटनायक और बिंदु हांसदा के खिलाफ बहरागोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

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