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jamshedpur-rural-big-crime-जमशेदपुर के ग्रामीण इलाका बोड़ाम में नक्सलियों के खिलाफ अभियान वाले की मिली पेड़ पर लटकी लाश, हत्या की आशंका से सनसनी, गुप्तांग से भी बह रहा था खून

राशिफल

मारा गया परमेश्वर सिंह और शव उठाते लोग.

जमशेदपुर : जमशेदपुर के ग्रामीण इलाका पटमदा इलाके के बोड़ाम थाना क्षेत्र के कोयरा टोला जोजराडीह निवासी नक्सलियों के खिलाफ आंदोलन चलाने वाले परमेश्वर सिंह की लाश गुरुवार की सुबह एक पेड़ से लटकी पायी गयी है. इसको लेकर इलाके में सनसनी फैल गयी है. स्थानीय लोग इसको हत्या मान रहे है. बताया जाता है कि वे नक्सलियों के खिलाफ जनता को जागरुक कर रहे थे और नक्सलियों के टारगेट पर भी थे. यहीं वजह है कि वे अपने घर में नहीं रहते थे. मारे गये परमेश्वर सिंह के बड़े भाई विश्वनाथ सिंह ने बताया कि परमेश्वर पिछले पांच सालों से आमझोर के काशीडीह टोला में गोहन सिंह के घर में रहते थे और क्षेत्र में राजमिस्त्री का काम करते थे. आमझोर गांव के टोला काशीडीह के नाला के पास छागलदह नामक पलाश जंगल में एक बेल के पेड़ पर उनकी लाश दोपहर करीब एक बजे बरामद की गयी. शव की सूचना पाकर इलाके के डीएसपी सुमित कुमार और थाना प्रभारी शंकर लकड़ा पहुंचे. पुलिस की ओर से डीएसपी ने भी हत्या की आशंका जतायी है. बताया जाता है कि बुधवार की रात को ही उसकी हत्या के बाद एक धोती पहनाकर उसी धोती के सहारे शव को पेड़ की डाली पर लटका दिया गया था. उसके शरीर पर किसी गहरे जख्म के निशान पाये गये है जबकि गुप्तांक से भी खून निकल रहा था. पुलिस सारे एंगल की जांच कर रही है. दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति के दोनों गुटों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है. वे अविवाहित थे और करीब 45 साल के थे. 13 साल से वे अपने घर नहीं आते थे क्योंकि नक्सलियों ने उनको जान से मारने की धमकी दी थी. तीन भाइयों में परमेश्वर सिंह छोटे थे. बड़े भाई विश्वनाथ सिंह और छोटे भाई मनोहर सिंह का परिवार है और आपस में बेहतर तालमेल था. पुलिस यह पता लगा रही है कि परमेश्वर सिंह की किसी से दुश्मनी थी या क्या मामला था. परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है.

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