जमशेदपुर : फिलिपिंस की राजधानी मनीला के ताईताई इलाके में मंगलवार को एक और सिख व्यापारी की हत्या कर दी गई. इस एक व्यापारी का नाम जोगिंदर सिंह उर्फ जोजो है और फिलीपींस समय के अनुसार तकरीबन डेढ़ बजे उसे तब अज्ञात अपराधियों ने गोली मारी जब वह बाजार टाइल्स खरीदने गया था और गाड़ी पार्क कर रहा था. हत्यारों ने उसे संभलने का मौका नहीं दिया और उसके सिर पर पिस्टल सटाकर 5 गोलियां मार दी. यह जोगिंदर सिंह उर्फ जोजो वही व्यापारी है, जिसकी व्यापारिक प्रतिद्वंदिता जमशेदपुर से मनीला व्यापार करने गए तरनजीत सिंह सम्मी उर्फ सैम से थी, जिसकी हत्या गत 11 जुलाई को फिलीपींस के समय अनुसार डेढ़ बजे तब कर दी गई जब वह अपने रेस्टोरेंट में बैठकर भोजन कर रहा था. रेस्टोरेंट की महिला मैनेजर माइला और जीरा ने बचाने की कोशिश की थी तो हत्यारों ने कहा था कि वे सैम की हत्या करने आए हैं और उसे मार कर ही जाएंगे. सम्मी हत्याकांड की जांच कर रही फिलीपींस पुलिस के समक्ष सम्मी के मामा कुलदीप सिंह ने इस जोगिंदर सिंह जोजो पर हत्या की सुपारी देने का शक जताया था. तब पुलिस का तर्क था कि सबूत के अभाव में और मात्र शंका के आधार पर ना गिरफ्तार कर सकती है ना ही पूछताछ कर सकती है. सम्मी एवं जोजो की हत्याकांड में काफी समानता है. सम्मी के सिर और छाती से पिस्टल सटाकर पांच गोली मारी गई थी और जोजो के सर में पांच गोलियां मारी गई. यहां यह संभावना है कि हत्यारों ने सम्मी की हत्या के लिये जिस राशि का सौदा किया था, जो जोजो ने पूरा नहीं किया तो उसे भी ठिकाने लगा दिया गया. तरनजीत के मामा कुलदीप सिंह के अनुसार जोजो की तीन दुकानें थी परंतु सम्मी ने 4 साल में 6 दुकाने कर ली थी और तकरीबन 25 स्टाफ काम करते थे. व्यापार में पिछड़ने के बाद जोजो ने 9 जुलाई को सम्मी को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी. मंगलवार को जब तरनजीत के मामा कुलदीप सिंह, गुरदीप सिंह पप्पू और मां जसबीर कौर को यह जानकारी मिली कि जोजो को भी मार दिया गया है. वे निःशब्द रह गए. पप्पू के अनुसार वाहेगुरु से यही अरदास करते थे कि हमारे साथ न्याय करो. हमारे सम्मी ने किसी का क्या बिगाड़ा था जो उसे मार दिया गया. इधर मां जसवीर कौर को मलाल है कि वह फिलीपींस नहीं जा सकी और जोजो से यह भी नहीं पूछ सकी कि उसके बेटे के साथ ऐसा सलूक क्यों हुआ था.