जमशेदपुर : जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित ओम टावर के सातवें मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाले राउरकेला के व्यापारी राहुल अग्रवाल के परिजनों केबयान पर एक एफआइआर दायर किया गया है. इस एफआइआर में आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए एफआइआर दायर किया गया है. राहुल अग्रवाल के भाई अंकित अग्रवाल के बयान पर बिष्टुपुर थाना में एफआइआर दायर किया गया है. अंकित के बयान पर दायर मुकदमा में ससुर प्रदीप चुड़ीवाला, सास कुसुम चुड़ीवाला, साला पीयूष चुड़ीवाला, साली मेघा चूड़ीवाला और पत्नी वर्षा अग्रवाल के साथ-साथ सोनारी थाना के दारोगा बालमुकुंद प्रसाद को आरोपी बनाया गया है. बालमुकुंद प्रसाद पर आरोप है कि वे सोनारी थाना में दहेज प्रताड़ना के मामले में दायर मुकदमा के जांच अधिकारी थे, जो मृतक राहुल अग्रवाल पर दबाव बना रहे थे और उनको इतना परेशान किया कि उसको मौत को गले लगाना पड़ा. (नीचे देखे पूरी खबर)
इस मामले में जमशेदपुर के एसपी को भी मृतक ने वाट्सएप मैसेज में कहा था कि क्षेत्र के डीएसपी, सोनारी थाना प्रभारी और आइओ बड़े कारोबारी प्रदीप चूड़ीवाला से पैसे लेकर दबाव बना रहे थे. आत्महत्या करने के पहले उसने एसपी को भी मैसेज भेजा था. राहुल अग्रवाल के परिजन जमशेदपुर आ गये है. शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद राहुल अग्रवाल की इच्छा के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार राउरकेला में ही करने के लिए शव को ले गये है. उनका अस्थी कलश का विसर्जन नहीं किया जा रहा है. अस्थी कलश का विसर्जन बाद में किया जायेगा. आपको बता दें कि राहुल अग्रवाल ने आत्महत्या करने के बाद एक वीडियो बनाया था, जिसमें उसने कहा था कि उसके ससुर प्रदीप चूड़ीवाला और उसके परिवार के लोगों ने मिलकर उसको और उसके परिवार का इतना शोषण किया है कि उसके पास मौत को गले लगाना ही एकमात्र विकल्प बच गया है. राहुल के भाई अंकित अग्रवाल और पिता बांकेलाल अग्रवाल समेत कई लोग उनके परिजन पहुंचे है. आपको बता दें कि वर्ष 2012 में राहुल अग्रवाल की शादी हुई थी. उसके दो बच्चे भी है. शादी के बाद से प्रदीप चूड़ीवाला की बेटी वर्षा अग्रवाल उसके साथ रहते हुए अलग हो गयी थी. बाद में फरवरी माह में पिता के साथ वर्षा अग्रवाल चली गयी और उसके खिलाफ सोनारी थाना में दहेज प्रताड़ना का एफआइआर दायर कर दिया. इसके बाद पुलिस की मदद से लगातार उस पर दबाव बनाया गया. इस मामले में अब प्रदीप चूड़ीवाला और उसके परिवार की कभी भी गिरफ्तारी की जा सकती है. डीएसपी अनिमेश गुप्ता ने कहा कि मामले का अनुसंधान किया जा रहा है. मामले की जांच के लिए आदेश दिये गये है और कानून सम्मत कार्रवाई करने को कहा गया है. प्रदीप चूड़ीवाला के खिलाफ अब तक कार्रवाई या गिरफ्तारी क्यों नहीं की गयी है, इस सवाल के जवाब को उन्होंने टाल दिया. (नीचे देखे पूरी खबर)
राहुल अग्रवाल ऊपर ही ऊपर आ गया था ओम टावर बिल्डिंग
अब तक के अनुसंधान में कहीं भी राहुल अग्रवाल के जाने का तस्वीर नहीं मिली है. लिहाजा, यह संभावना जतायी जा रही है कि राहुल अग्रवाल ऊपर ही ऊपर एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग होते हुए सीधे ओम टावर चला गया, जहां से उसने छलांग लगा दी और उसने अपनी जान दे दी. राहुल अग्रवाल के कूदने का एक सीसीटीवी फुटेज जरूर पुलिस को हाथ लगी है, जो दूसरी बिल्डिंग से ली गयी है. पुलिस मामले के हर पहलुओं की जांच कर रही है. बिष्टुपुर स्थित होटल केसी मैनोर होटल से अपने सामान को निकालने के बाद वह कहां गया, यह किसी ने नहीं देखा. चूंकि, होटल केसी मैनोर से सारे बिल्डिंग सटे हुए है, इस कारण अंदेशा जताया जा रहा है कि वह छत के सहारे ही ओम टावर बिल्डिंग में गया होगा.
पुलिस क्या आरोपियों को भगवाने में लगी है
हर तरह के मामले में पहले आरोपियों को पकड़ लेने वाली जमशेदपुर पुलिस इस मामले में क्यों चुप है. इस मामले के आरोपियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. क्यों नहीं अब तक प्रदीप चूड़ीवाला समेत अन्य लोगों की गिरफ्तारी हुई है. अब तक पूछताछ भी नहीं की गयी है. इस कारण पुलिस पर भी सवाल उठाये जा रहे है.