जमशेदपुर : जमशेदपुर के हलुदबनी (गोविंदपुर के पास) रेलवे ट्रैक पर मिली धातकीडीह निवासी इंदल सोनकर और उसके बेटे नैतिक सोनकर की लाश के मामले में पुलिस ने सुसाइड बिष्टुपुर के धातकीडीह स्थित उसके आवास से बरामद किया था. बताया जाता है कि इंदल सोनकर और उसके बेटे नैतिक सोनकर सोमवार की सुबह को अपने घर से निकले. उसके साथ उसकी मां भी रहती थी और इंदल की बीवी की मौत 4 अगस्त को हो गया था. उसकी मौत के मामले में ससुरालवालों ने उस पर हत्या करने का आरोप लगाया था, जिससे इंदल और उसका दस साल का बेटा भी काफी दुखी था. सोमवार को इंदल अपने बेटे को साथ लेकर निकला और बोला कि वे लोग दोसा खाकर आते है, लेकिन फिर नहीं लौटा. इस बीच उसने अपने सोनारी निवासी अपने भाई कुंदन सोनकर को फओन की और बताया कि जुगसलाई निवासी ससुरालवालों ने उसकी इज्जत ले ली है, इस कारण वह रह नहीं सकता है, वह मौत को गले लगाने वाला है. फोन पर ही भाई ने उसको समझाया था.
लेकिन सोमवार की देर शाम तक नहीं लौटा तो उसकी मां ने इंदल के मोबाइल पर फोन किया तो फोन उसने रिसीव नहीं किया. इस बीच उसने अपने दूसरे बेटे को फोन पर जानकारी दी, जिसके बाद भाई ने फोन किया और बोला कि घर में कागज रखा हुआ है. उसके बाद उसने पुलिस को इसकी सूचना दी. बिष्टुपुर पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली तो सोमवार की शाम को ही सुसाइड नोट मिल गया था. सुसाइड नोट मिलने के बाद उसकी तलाशी की ही जा रही थी कि सुबह में ट्रेन से कटी हुई लाश बरामद की गयी. बाप ने अपने सीने पर बेटे को सुला लिया था और रेलवे ट्रैक पर सो गया था, जिसके ऊपर से ट्रेन गुजरी और दोनों बाप-बेटे की मौत हो गयी.
बेटे ने अलग और पिता ने अलग सुसाइड नोट लिखा है. पिता ने अपने जुगसलाई के रहने वाले ससुरालवालों को दोषी ठहराया है और कहा है कि उसका कोई सामान ससुरालवालों को नहीं दिया जाये और वह ससुरालवालों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर रहा है जबकि उसके बेटे ने अपने मामा को दोषी ठहराया है और गलत तरीके से पिता पर आरोप लगाने की बात कहीं है और कहा है कि मामा आप इतने गंदे है कि कुछ वह नहीं कह सकता है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.