जमशेदपुर : जमशेदपुर के सिदगोड़ा थाना अंतर्गत नीम भट्ठा घाट में स्वर्णरेखा नदी में 21 सितंबर को मिला शव किन्नर का नही युवती का है. पुलिस ने मृतिका के पास से बरामद एटीएम कार्ड से उसके परिजनों को खोज निकाला है. हालांकि इस बात कि पुष्टि नहीं हुई है कि शव जुगसलाई निवासी युवती का ही है. पुलिस ने मंगलवार को पहचान के लिए दस्तावेज लेकर सभी को थाने बुलाया है. पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. इधर जुगसलाई गौशाला चौक के पास रहे वाले सदन दुबे ने बताया कि उनकी बेटी अर्चना दुबे 19 सितंबर से घर से निकली थी जिसके बाद वापस नहीं आई. जुगसलाई पुलिस एटीएम कार्ड के आधार पर उनके घर आई और शव मिलने के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी बागबेड़ा के एक युवक के घर गई थी फिर वापस नहीं आई. इस मामले में उन्होंने थाने को भी सूचना नहीं दी है. इस मामले में सिदगोड़ा थाना प्रभारी रंजीत कुमार ने बताया कि फिलहाल यह कहना सही नहीं होगा कि शव अर्चना का है. परिजनों के पास भी ऐसा कुछ आधार नहीं है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. बता दे कि 21 सितंबर को स्वर्णरेखा नदी में एक शव पाया गया था. स्थानीय लोगों के कहने पर पुलिस ने पंचनामा में किन्नर लिख दिया था. नियम के अनुसार शव को पुलिस ने 72 घंटे से ज्यादा तक रखा. जब कोई दावेदार नहीं आया तो पुलिस ने नियम के अनुसार शव का विधिवत अंतिम संस्कार कर दिया. अगर शव एक युवती का निकलता है तो ये पुलिस की एक बड़ी लापरवाही साबित होगी.